पंजाब समेत पांच राज्यों में मिली करारी शिकस्त से कांग्रेस के अंदरखाने में घमासान मचा है. कांग्रेस के अंदर बने असंतुष्ट नेताओं के जी-23 गुट पार्टी पर दबाव भी बना रहा है. इसी को लेकर बीते दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और गुलाम नबी आजाद से मुलाकात भी की थी. हालांकि बातचीत से साफ हो गया कि सोनिया गांधी के नेतृत्व से किसी को कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन राहुल गांधी के कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं.
गौरतलब है कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में हार से पार्टी के अंदर लगातार गांधी परिवार के नेतृत्व पर उंगलियां उठ रही हैं. असंतुष्ट गुट चुनाव में हार की जवाबदेही तय करने की मांग कर रहे हैं. जी 23 नेता राहुल गांधी के कामकाज पर भी सवाल उठा रहे हैं. इस बीच हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने विश्वासपात्रों और सहयोगियों के साथ बैठक की. बैठक में राहुल गांधी ने तीन प्रमुख समस्याओं पर प्रकाश डाला.
राहुल गांधी ने जिन तीन समस्याओं पर प्रकाश डाला उनमें विचारधारा, संगठन और प्रौद्योगिकी हैं. इससे पहले 13 मार्च को भी कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई थी, जिसमें राहुल ने कहा था कि आप बाजार से तकनीक खरीद सकते हैं, जिसका इस्तेमाल आजकल राजनीतिक दल वैसे भी करते हैं. लेकिन आप विचारधारा कहां से खरीद सकते हैं?. इस बैठक में राहुल गांधी ने अपने करीबियों से उन नेताओं के बारे में सुझाव मांगे थे जो आने वाले समय में पार्टी के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
जाहिर है, नेतृत्व से असंतुष्ट जी 23 नेताओं ने समावेशी और सामूहिक नेतृत्व के लिए गांधी परिवार पर निशाना साधा है. सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद गुलाम नबी आजाद ने नपे तुले शब्दों में कहा कि, कार्यसमिति की बैठक में ही ये साफ कर दिया गया था कि सोनिया गांधी के नेतृत्व से किसी को भी शिकायत नहीं है और संगठन के चुनाव होने तक वो अध्यक्ष बनी रहेंगी. लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी की भूमिका की वजह से ही कांग्रेस का आज ये हाल हो रहा है. यह बात भी सामने आ रही है कि जी 23 चाहता है कि अब किसी गैर गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए.
जो बातें सामने आ रही है उससे यह साफ होता है कि, राहुल गांधी को लेकर पार्टी में दो मत है. जी 23 नेता जहां राहुल गांधी के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं, एक धड़ा ऐसा भी हो हार और पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार नहीं मानता. हालांकि इन सबके बीच कांग्रेस पुनरुद्धार की कवायद में लगी है. राहुल गांधी ने अपने समर्थकों से सुझाव मांगा है, मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सोनिया गांधी ने भी पार्टी के पुनरुद्धार के लिए गुलाम नबी आजाद से नाम और सुझाव मांगे थे. ऐसे में देखना है कि पार्टी आने वाले समय में कैसा प्रदर्शन करती है.