पटना. होली के मौके पर एक तरफ जहां पूरे बिहार में जहरीली शराब से दो दर्जन के करीब मौतें होने की सूचना है, वहीं राजधानी पटना में सरकार के नाक के नीचे शराब का कारखाना पकड़ा गया है. शराब बनाने और उसे बेचने का मामला राजधानी के पत्रकार नगर इलाके का है. पटना पुलिस की इस कार्रवाई में शराब बनानेवाले कई उपकरण जब्त किये गये हैं. हालांकि पटना पुलिस अपनी इस कार्रवाई के संबंध में अभी खुलकर कुछ नहीं बता रही है.
दरअसल शनिवार को पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो को इसकी जानकारी मिली थी. इसके बाद पुलिस ने इतनी बड़ी कार्रवाई की है. एसएसपी की मानें तो कारखाने में ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली शराब बनाने का काम किया जा रहा था. जिन लोगों को पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ करने के बाद बहुत सारी बातें निकल कर सामने आयेंगी. कई लोगों की पहचान का पुलिस ने पता लगाया है. उनकी निशानदेही पर ही पटना के कई जगहों पर छापेमारी चल रही थी. शराब बनाने के लिए स्पिरिट की सप्लाई कहां से हुई थी, बोतल कहां से ढूंढ कर लाये गये थे, और कितने और कहां से रैपर छपवा गये थे इसके अलावा शराब की पैकिंग कैसे की जा रही थी, इन सारी बातों तफ्तीश करने में पटना पुलिस जुटी हुई है.
बताया जाता है कि शनिवार रात पटना पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम ने रणनीति बनाकर एक कारखाने पर धावा बोला. ब्रांडेड कंपनी के नाम पर वहां नकली शराब बनायी जा रही थी. चोरी-छिपे तरीके से शराब बनाकर इसकी सप्लाई भी की जा रही थी. यह काम इतने गुप्त तरीके से हो रहा था कि कारखाने के अंदर जाने के बाद भी भनक नहीं लग रही थी. शराब बनाने से लेकर इसे आपूर्ति करने तक के लिए एक चैनल बना दी गयी थी. इसी के माध्यम से अवैध तरीके से शराब बनाने और उसे बेचने का काम चल रहा था, लेकिन पटना पुलिस को किसी तरह इसकी भनक लग गयी.
पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर इस मामले में कार्रवाई कर दी पुलिस ने मौके पर अवैध रूप से बनाए गए शराब के अड्डे पर छापेमारी की बल्कि वहां से बड़े पैमाने पर बनाए गए नकली शराब शराब बनाने का रॉ मटेरियल के अलावा कई दूसरे सामानों को जब्त कर लिया. पुलिस ने वहां से धंधे से जुड़े कई लोगों को पकड़ लिया है और हिरासत में लिए गए लोगों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है.