Corona Vaccine Update News: राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर झारखंड में 12 से 14 साल के बच्चों के बीच कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोबेवैक्स (Corbevax) का पहला डोज देने का अभियान शुरू हो गया. इस दौरान पूरे राज्य में करीब 13 हजार बच्चों को पहला डोज लगाया है. वहीं, राजधानी रांची में पहले दिन करीब 1000 बच्चों को टीका लगाया गया. राज्य में करीब 24 लाख बच्चों को वैक्सीन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इधर, पहले दिन कोविन ऐप में रजिस्ट्रेशन नहीं होने से परिजन काफी परेशान दिखे. वहीं मैनुअल रजिस्ट्रेशन कराकर अपने बच्चों को कोबेवैक्स का पहला डोज दिलाये. पहले टीका के 28 दिन बाद दूसरा डोज का टीका दिया जायेगा.
रांची में पहले दिन 975 बच्चों को लगा टीका
रांची जिला में पहले दिन बुधवार (16 मार्च, 2022) को 12 से 14 साल के 975 किशोरों को कोरोना टीका कोबेवैक्स का पहला डोज दिया गया. टीकाकरण के लिए शहर में 2 और ग्रामीण इलाके में 16 केंद्र बनाये गये थे. सरकारी स्कूलों और ब्लॉक के स्वास्थ्य केंद्रों पर टीका देने की व्यवस्था की गयी थी. शहरी क्षेत्र में राजकीय मध्य विद्यालय, जगन्नाथपुर और राजकीय मध्य विद्यालय, पंडरा में टीकाकरण किया गया. शहर में कम सेंटर होने और ऑनलाइन व्यवस्था नहीं होने के कारण कम भीड़ दिखी. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश केंद्रों पर टीकाकरण को लेकर बच्चों में उत्साह दिखा.
जगन्नाथपुर सेंटर में करीब 80 बच्चों को लगा टीका
राजकीय मध्य विद्यालय, जगन्नाथपुर में दिन के 11 बजे से किशारों का टीकाकरण शुरू हुआ. यहां के स्कूली बच्चों के अलावा डोरंडा, हिनू और धुर्वा सहित विभिन्न जगहों से अाये बच्चों को टीका दिया गया. आधार कार्ड से उम्र का मिलान करने के बाद टीका दिया गया. खाली पेट आये बच्चों और शरीर का तापमान अधिक होने वाले बच्चों को टीका नहीं दिया गया. स्कूल के करीब 80 छात्र-छात्राओं और बाहर से आये बच्चों को टीका लगाया गया.
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टीका लेने के बाद किशोर डोरंडा का अर्थव ने कहा कि घर के सभी सदस्य कोरोना का टीका ले चुके हैं. वैक्सीन लेने से कोरोना से लड़ पायेंगे और हमारी स्कूल नहीं छूटेगी. पापा मुझे डोरंडा से लेकर आये हैं. वहीं, छात्रा सरस्वती ने कहा कि घर में मां और चाचा वैक्सीन नहीं ले पाये हैं. उनका आधार नहीं है. बाकी सभी सदस्य वैक्सीन ले चुके हैं. वैक्सीन लेने के बाद स्कूल जा सकेंगे. छात्रा सिमरन ने कहा कि मेरे घर में मां व पापा समेत सभी लोग वैक्सीन ले चुके हैं. सिर्फ छोटी बहन टीका नहीं ली है. टीका लेने के बाद काफी खुशी हो रही है.
ग्रामीण केंद्रों पर किशोरों में टीकाकरण को लेकर दिखा उत्साह
रांची के मांडर प्रखंड में संत अन्ना बालिका उच्च विद्यालय में शिविर लगाकर 12 से 14 साल की किशोरियों को टीका दिया गया. टीकाकरण को लेकर विद्यालय की छात्राओं में काफी उत्साह दिखा. चिकित्सा प्रभारी डॉ किशोर कुल्लू ने बताया कि 84 छात्राओं को कोरोना का टीका दिया गया. वहीं, चान्हो प्रखंड के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व सरना बाल विकास विद्यालय पोड़ाटोली में किशोरों को टीका लगाया गया. पहले दिन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में 40 छात्राओं व सरना बाल विकास विद्यालय में 60 बच्चों को टीका दिया गया.
रांची के इन प्रखंडों में भी बच्चों को लगा टीका
इसके अलावा बुढ़मू प्रखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 60 छात्राओं को वैक्सीन दी गयी. वहीं, राजीव गांधी उच्च विद्यालय में सिर्फ 12 बच्चों के आने के कारण बच्चों को टीका नहीं दिया जा सका. पिस्कानगड़ी के नगड़ी स्थित मिडल स्कूल में बुधवार को किशोरों को कोरोना का टीका दिया गया. पहले दिन टीकाकरण विलंब से शुरू होने की वजह से 55 बच्चों को ही टीका दिया जा सका. अनगड़ा प्रखंड में कोरोना का टीकाकरण नहीं हो पाया. बेड़ो प्रखंड मुख्यालय स्थित कन्या मध्य विद्यालय में 118 किशोर टीका के लिए आये. लेकिन, एक बच्चे की उम्र 14 वर्ष से अधिक होने के कारण उसे टीका नहीं लग पाया. शेष 117 बच्चों को टीका दिया गया. इसमें 72 लड़की और 45 लड़के थे. रातू के सीएनराज हाई स्कूल में दोपहर एक बजे के बाद टीका लगना शुरू हुआ. यहां सिर्फ 18 किशोरों का टीकाकरण किया गया. वहीं, सिल्ली प्रखंड के रामडेरा स्थित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में 60 छात्राओं को कोर्बीवैक्स का टीका लगाया गया.
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12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण के कोविन ऐप में रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण पहले दिन मैनुअल रजिस्ट्रेशन करना पड़ा. उम्र की बाध्यता को लेकर कोविन ऐप में रजिस्ट्रेशन की समस्या रही. देर शाम तक कोविन ऐप पर यह समस्या जारी रही. इधर, टीका देने से पहले स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एक-एक किशोर व किशोरियों के उम्र का मिलान आधार कोड से किया गया. नियमानुसार उम्र की जांच के बाद उम्र सीमा में फिट बच्चों व बच्चियों को ही टीका की अनुमति दी गयी. वहीं खाली पेट और शरीर का तापमान ज्यादा होने के कारण कई काे टीका नहीं लगाया गया. पहले चरण में सरकारी स्कूलों में टीका लगाने की व्यवस्था की गयी है. स्वास्थ्य अधिकारियों की मानेंं, तो अभी सीमित सेंटर बनाया गया है, लेकिन धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ायी जायेगी.
Posted By: Samir Ranjan.