इस्लामाबाद : सियासी संकट के बीच पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इमरान खान के उस झूठ की पोल खोल दी है, जिसमें वे लगातार इस बात को खारिज करते आए हैं कि सरकार का सेना के साथ किसी प्रकार गठजोड़ नहीं है और उनकी सरकार सेना के इशारे पर नहीं चलती है. सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इस बात को झूठ करार दिया कि पाकिस्तान की सेना सरकार के साथ खड़ी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि सशस्त्र बल पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के साथ खड़े हैं. उन्होंने इस बात को स्वीकार किया है कि पाकिस्तान की सरकार सेना के समर्थन से ही चलती है.
अंग्रेजी के ‘गार्लिक’ शब्द यानी लहसून को अदरक बताने वाले पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी का यह बयान मीडिया में तब सामने आया है, जब पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में सेना के समर्थन से इमरान खान को पद से हटाने के लिए विपक्षी दलों की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. मीडिया ने उनसे पूछा गया था कि क्या खान को हटाने का दबाव बना रहे विपक्षी दलों को सेना का समर्थन हासिल है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी संवैधानिक व्यवस्था में सेना सरकार के साथ खड़ी रहती है. सेना को संविधान का पालन करना होता है और यह संविधान का पालन करती रहेगी.
पाकिस्तान के 73 साल के इतिहास में आधे से ज्यादा समय तक देश पर शासन करने वाली सेना सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में काफी हावी रही है. इमरान खान गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और यदि गठबंधन में शामिल कुछ दल उन्हें हटाने का फैसले करते हैं, तो उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है. पाकिस्तान के संसदीय लोकतंत्र में यह असामान्य बात नहीं है.
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आपको बता दें कि फवाद चौधरी पाकिस्तान के वही सूचना मंत्री हैं, जिन्होंने पिछले साल के नवंबर महीने में महंगाई के मसले पर मीडिया से बातचीत के दौरान अंग्रेजी के ‘गार्लिक’ शब्द यानी लहसून को अदरक यानी ‘जिंजर’ बताया था. उनके इस अंग्रेजी ज्ञान वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था और लोग-बाग चटकारे के साथ उनके इस ज्ञान पर चुटकी लेते नजर आए थे. अब वही सूचना मंत्री फवाद चौधरी इमरान खान सरकार और सेना के गठजोड़ की पोल खोल रहे हैं.