Jharkhand news: गुमला डीसी सुशांत गौरव ने बुधवार को सिलम स्थित बाल सुधार गृह (Juvenile Home) का औचक निरीक्षण किया. यहां पहुंचने पर डीसी ने सबसे पहले गार्ड के आवास का निरीक्षण किया. इस पर समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने परिसर की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त गृह रक्षकों की आवश्यकता बतायी. तत्काल डीसी ने तीन और गृह रक्षकों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया. वहीं, डीसी ने परिसर में पेयजलापूर्ति योजना की दयनीय स्थित को देखा. इसे देख डीसी ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल को इसकी मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान डीसी ने कई खामियां और कमियां पायी, जिसे दूर करने का निर्देश दिया.
इसके अलावा डीसी श्री गौरव ने परिसर की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से चार हाईमास्ट लाइट, बाहरी परिधि में 50 सोलर स्ट्रीट लाइट सहित गृह रक्षकों के लिए रसोईघर एवं स्नानागार की व्यवस्था तथा भवन का रंगरोगन कराने का निर्देश दिया. इसके बाद डीसी ने किशोर न्याय बोर्ड के ऑफिस का निरीक्षण किया. जिसमें उन्होंने कार्यालय कक्ष में उच्च गुणवत्ता वाले टेबल एवं कुर्सियों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
इस क्रम में उन्होंने बाल बंदियों के लिए प्याऊ की व्यवस्था एवं चबूतरा का अभाव पाया. जिसपर प्याऊ एवं चबूतरा निर्माण करने को कहा. साथ ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोलर जलमीनार स्थापित कर तीन-चार पानी के आउटलेट लगवाने का भी निर्देश दिया. मौके पर मौजूद एसडीओ को बाल सुधार गृह में रहने वाले बाल बंदियों की भोजन, पढ़ने-लिखने आदि की व्यवस्था को बेहतर करने का भी निर्देश दिया.
Also Read: झारखंड पुलिस के 55 हजार जवानों का विरोध शुरू, पुलिसकर्मी कर रहे काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी,जानें पूरा मामला
निरीक्षण के क्रम में डीसी श्री गौरव ने बाल बंदियों से बात करते हुए आपसी भाईचारे के साथ रहने, मन लगाकर पढ़ने तथा खेल-कूद पर भी विशेष ध्यान देने के लिए प्रेरित किया. वहीं, हॉस्टल में बच्चों के लिए अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, सभी कमरों में पांच-पांच रैक तथा प्रत्येक बच्चे के लिए बक्से की व्यवस्था सुनिश्चित करने, कमरों के दीवारों का वेदर कोट के माध्यम से रंग-रोगन कराने, खिड़कियों पर इनैमल पेंटिंग तथा शौचालयों की मरम्मत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
इसके अलावा एसडीओ को परिसर स्थित सभी भवनों का मैपिंग करते हुए उन्हें बच्चों के लिए कार्यात्मक करने, आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति के लिए प्राक्कलन तैयार करने, बच्चों के लिए योगा प्रशिक्षक, कंप्यूटर प्रशिक्षण एवं खेल सामग्रियों की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला.