ज्योतिष शास्त्र में नाड़ी दोष एक बहुत बड़ा दोष माना जाता है जिसके परिणाम स्वरूप पति पत्नी को अपने जीवन में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
अगर दोनों की कुंडली में सभी गुण मिल रहे हैं लेकिन नाड़ी दोष उत्पन्न हो गया तो उन्हें विवाह नहीं करना चाहिए अन्यथा चाहे जितने भी गुण मिले हो उन्हें समस्याओं का सामना तो करना ही पड़ेगा. दोनों में मनमुटाव बना रहेगा साथ ही स्वास्थ्य में भी समस्याएं आ सकती हैं.
कई बार लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या इसका कोई उपाय नहीं है. मैं अवश्य ही आपको सलाह दूंगी की अगर आपका विवाह नहीं हुआ है तो आप ज्योतिषी परामर्श लेने के बाद ही विवाह करें लेकिन अगर आपका विवाह हो गया है और आपको पता चलता है कि आपके और आपके पति या पत्नी की कुंडली में नाड़ी दोष है तो आपको मेरे द्वारा बताए गए उपाय करने चाहिए
मैं सर्वप्रथम आपको यह बता देना चाहती हूं कि यह उपाय उनके लिए नहीं है जो विवाह से पूर्व अपनी कुंडली दिखा रहे हैं क्योंकि ऐसे व्यक्तियों के लिए मेरी सलाह यही है कि आप विवाह ना करें या नजदीकी ज्योतिषीयों से परामर्श अवश्य लें.
यह उपाय उनके लिए है जिनका अनजाने में विवाह हो गया और उसके पश्चात वे अपने जीवन में समस्याओं को कम करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा बताए गए उपाय करें.
अगर आपको पता चलता है कि आपके आपके पति के कुंडली में नाड़ी दोष है तो आपको नित्य प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए. अगर आप चाहे तो पंडित से बुलवा कर भी इसका जाप करा सकते हैं जिससे आपके जीवन को सुरक्षा प्राप्त होगी तथा आप स्वस्थ भी रह पाएंगे.
नाड़ी दोष उत्पन्न होने पर आप दान पुण्य का सहारा अवश्य लें.जितना सक्षम है़ उतना दान किजिए किसी ब्राह्मण को बुलाकर भोजन करवाएं तथा उन्हें वस्त्र तथा अनेक वस्तुएं दान करें. ऐसा करने से आपके ऊपर से संकट कम होंगे..
संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
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