International Women’s Day 2022: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी लखनऊ की सड़कों पर मंगलवार 8 मार्च को पैदल मार्च कर रही हैं. उनके साथ इस बीच देशभर की कांग्रेस से जुड़ीं महिला नेता साथ चल रही हैं. गुलाबी रंग की साड़ी में हाथों में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ की तख्ती लेकर पैचल मार्च का आयोजन किया जा रहा है. इस मार्च में बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ताएं भी शिरकत कर रही हैं. कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में सुबह से इस कार्यक्रम का सिलसिला चल रहा था. कारण, यूपी के सियासी सफर में ‘महिला सशक्तिकरण’ की नाव में सवार प्रियंका गांधी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया जा रहा है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में अपने वजूद की तलाश कर रही कांग्रेस को प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा दिया. मुद्दों में भी उन्होंने महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों को उठाया. इसके अलावा नौकरी आदि में भी उन्होंने महिलाओं को आरक्षण देने की बात कही. यूपी में कांग्रेस ने इसी थीम पर चुनाव लड़ते हुए प्रदेश की सभी सीट पर चुनाव भी लड़ा. सात मार्च को चुनावों के सातों चरण समाप्त होने के ठीक अगले दिन यानी 8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में कांग्रेस की ओर से इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
लखनऊ के 1090 चौराहे से शुरू हुई इस पैदल यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया. प्रियंका गांधी ने इस दौरान एक संदेश देते रानी ऊदादेवी की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया. माल्यार्पण के समय उन्होंने अपने गले में लगे ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ की चुनरी मूर्ति को पहना दी. वहीं, पैदल यात्रा के दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर नृत्य किया. उन्होंने कांग्रेस की ओर से संचालित किए गए इस कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यूपी में अब राजनीति की दिशा बदल सकती है.