ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा एक टेस्ट मैच में नाबाद 175 रन और नौ विकेट लेने वाले पहले पुरुष टेस्ट क्रिकेटर बन गये हैं. रवींद्र जडेजा की बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर रविवार को मोहाली में शुरुआती टेस्ट में भारत ने श्रीलंका को तीन दिनों के भीतर एक पारी और 222 रनों हरा दिया. किसी भी क्रिकेटर ने एक टेस्ट में 150 से ज्यादा रन और 10 विकेट नहीं लिए हैं. 1973 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुश्ताक मोहम्मद ने 201 रन बनाए थे और पांच विकेट लिया था.
रवींद्र जडेजा ने 2012 में पदार्पण के बाद से भारत के लिए 58 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 36.46 की औसत से 2,370 रन बनाए हैं. उन्होंने 10 बार पांच विकेट लेने सहित 241 विकेट लिए हैं. हम उनके पांच ऑलराउंड प्रदर्शनों की बात करते हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में हैं.
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मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा ने नाबाद 175 रनों की नाबाद पारी खेली और अपने बाएं हाथ के स्पिन के साथ दोनों पारियों में नौ विकेट चटकाए. रवींद्र जडेजा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. वह टेस्ट इतिहास में 150+ स्कोर करने वाले और नौ विकेट लेने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बन गये हैं.
कोलंबो में 2017 में खेले गये तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में, भारत ने रवींद्र जडेजा के हरफनमौला प्रदर्शन पर सवार होकर मेजबान श्रीलंका को एक पारी और 53 रनों से हरा दिया था. जडेजा ने 85 गेंदों में 70 रन की नाबाद पारी खेली जिससे भारत ने अपनी पहली पारी में 9 विकेट पर 622 रन बनाए. भारत के लिए चेतेश्वर पुजारा (133) और अजिंक्य रहाणे (132) ने शतक बनाए. श्रीलंका की पहली पारी में, जडेजा ने 2/84 और दूसरी पारी में 5/152 के प्रदर्शन ने भारत को जीत दिलायी.
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धर्मशाला में चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला का आखिरी टेस्ट कप्तान के रूप में अजिंक्य रहाणे का पहला टेस्ट था, जिसमें विराट कोहली चोट के कारण बाहर हो गए थे. ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में जडेजा को सिर्फ एक विकेट मिला. लेकिन जब वह रविचंद्रन अश्विन के विकेट के गिरने पर पहली पारी में बल्लेबाजी करने आए, तो भारत 221/6 पर था और ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी की बढ़त देने का खतरा था. जडेजा ने 63 रनों की जोरदार पारी खेलकर भारत को 332 तक पहुंचाया और पहली पारी में अहम बढ़त हासिल की. इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 3/24 का प्रदर्शन किया और भारत को टेस्ट सीरीज जीतने में मदद की.
यह प्रदर्शन खास था क्योंकि जडेजा बाहर होने के बाद वापसी कर रहे थे और कुछ मजबूत घरेलू फॉर्म के दम पर उन्हें टेस्ट टीम में वापस लाया गया था. उनका 38 रन भारत की 201 की पहली पारी में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर था. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में 55 रन देकर 3 विकेट लिए. जडेजा ने अपनी दूसरी पारी में 11 ओवर के शानदार स्पैल में 21 रन देकर 5 विकेट चटकाए और दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 109 रन पर समेट दिया.
यह जडेजा का पहला प्लेयर ऑफ द मैच प्रदर्शन था. बाएं हाथ के स्पिनर ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 40 रन देकर दो विकेट लिए. इसके बाद, उन्होंने 7 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए मूल्यवान 43 रन बनाए और भारत को 272 तक पहुंचने में मदद की और पहली पारी में 10 रन की बढ़त हासिल की।. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में जडेजा ने 58 रन देकर 5 विकेट लिए.
पुणे में ऑस्ट्रेलिया से शर्मनाक हार झेलने के बाद, टीम इंडिया बेंगलुरू में दूसरे टेस्ट की अपनी पहली पारी में 189 रनों पर ढेर हो गयी थी. तब जडेजा ने बल्ले से 51 रन की बेहतरीन पारी खेली और दोनों पारियों में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया. उन्होंने दोनों पारियों में कुल 10 विकेट हासिल किए. पहली पारी में जडेजा ने 48 रन देकर 7 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में तीन विकेट अपने नाम किया.