रांची: सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) के मानदेय मद में केंद्र सरकार राशि में कटौती करेगी. इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा झारखंड शिक्षा परियोजना को पत्र लिखा है. समग्र शिक्षा अभियान के वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट को लेकर इस माह केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधिकारियों की बैठक होगी. बैठक में बजट को स्वीकृति दी जायेगी.
झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा बजट तैयार किया गया है. बजट को लेकर बैठक के पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने झारखंड शिक्षा परियोजना को पत्र लिखा है. पत्र में पारा शिक्षकों के मानदेय में अगले वित्तीय वर्ष से वर्तमान वित्तीय वर्ष की तुलना में पांच फीसदी राशि कम देने की बात कही गयी है.
केंद्र सरकार ने पारा शिक्षकों के मानदेय के मद में दी जानेवाली राशि वर्ष 2021-22 में भी कम की गयी थी. वित्तीय वर्ष 2021-22 में पारा शिक्षकों के मानदेय के लिए केंद्र सरकार की ओर से 878 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये हैं. जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में केंद्र द्वारा 932 करोड़ रुपये स्वीकृत किये गये थे.
ऐसे में इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में 54 करोड़ रुपये कम दिये गये थे. स्वीकृत राशि में से 40 फीसदी राशि भी राज्य सरकार को ही देनी है. समग्र शिक्षा अभियान के तहत कुल खर्च होनेवाली राशि का 60 फीसदी केंद्र व 40 फीसदी राशि राज्य सरकार देती है. उल्लेखनीय है कि शिक्षकों के मानदेय मद में धीरे-धीरे राशि कम किये जाने की बात पूर्व में ही केंद्र सरकार द्वारा कही गयी है.
पारा शिक्षकों के मानदेय में जनवरी से प्रतिमाह लगभग 110 करोड़ रुपये खर्च होंगे. राज्य सरकार ने झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल शिक्षकों के मानदेय में 50 फीसदी व प्रशिक्षित शिक्षकों के मानदेय में 40 फीसदी बढ़ोतरी की है. जनवरी से पहले तक पारा शिक्षकों के मानदेय पर प्रतिमाह लगभग 79 करोड़ रुपये खर्च होते थे. अब इसमें 31 करोड़ रुपये बढ़ जायेंगे.
Posted By: Sameer Oraon