भागलपुर. शहर के काजीवली चक स्थित एक घर में रात 11.34 बजे विस्फोट होने से चार घर ध्वस्त हो गये. इसमें दबकर अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हैं. मरनेवालों में एक महिला व एक बच्चा शामिल है. रात एक बजे तक मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया. इस धमाके में चार घर के अलावा आसपास के कुछ और मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. राहत कार्य जारी है.
रात में अचानक विस्फोट के बाद महेंद्र मंडल, गणेश मंडल, ओमप्रकाश मंडल व राजू मंडल के चार घर ध्वस्त हो गये. चारों गोतिया हैं और इनके घर में शीला देवी सहित दो दर्जन से ज्यादा लोग रहते थे. इनके घर के पीछे स्थित छह घर भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये. इनमें यूसुफ, मो खालीद, मो मुदस्सिर सहित अन्य के घर शामिल हैं. घटना के बाद मौके पर डीआइजी, एसएसपी सहित सभी थानों की पुलिस पहुंच गयी.
अहले सुबह तक राहत कार्य जारी था. तीन जेसीबी मशीन से मलबा उठा कर वहां दबे लोगों की तलाश जारी थी. विस्फोट के बाद इलाके में जगह-जगह ईंट-पत्थर के साथ बारूद की गंध छायी हुई थी. लोग घटना को लेकर परेशान थे. शीला देवी, गणेश कुमार और एक छह माह के बच्चे की लाश मलबे से कुछ ही देर बाद निकाल ली गई. आधा दर्जन घायलों को भी एक-एक कर अस्पताल ले जाया गये. सभी मृतक और घायल काजवाली चौक, तातारपुर के निवासी हैं.
इस घर में 2008 में भी विस्फोट हुआ था. उस वक्त भी तीन लोगों की हुई थी मौत, जिनमें महेंद्र मंडल की पत्नी भी शामिल थी. इस दौरान इन पर मामला दर्ज हुआ था. इसके बाद भी यहां पर विस्फोट हुआ था. बताया गया कि जिस घर में धमाका हुआ उसी में शीला देवी और लीला देवी रहती थी. दोनों गोतनी हैं. धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास के दो और मकान जमींदोज हो गए.
1- रिंकू कुमार साह, 30 साल
2- आएशा मंसूर, 25 वर्ष
3- राहुल कुमार, 12 साल
4- सोनी देवी, 27 साल
1- गणेश प्रसाद सिंह, 60 साल
2- एक अज्ञात महिला
3- प्रियांशु, लीला देवी का नाती
डीएम ने बताया कि ब्लास्ट की घटना हुई है, इसमें प्रथम दृष्टया पता चला है कि घर में रह रहा पूरा परिवार पटाखा बनाने के कारोबार से जुड़ा था. पटाखा बनाने में इस घर का उपयोग होता रहा है. पहले भी इस तरह की घटना हुई थी, यह जांच का विषय है. अभी नौ-दस लोग घायल हैं, संख्या बढ़ सकती है.
पुलिस ने संकेत दिया है कि बम बनाने के दौरान यह धमाका हुआ। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बम बनाते समय धमाका होने की बात सामने आयी है. घटना का कारण संभवतः पटाखा मैटेरियल विस्फोट है. अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार पीड़ित परिवारों में से एक परिवार पटाखा बनाने का काम करता था. जिसके घर में पहले भी विस्फोट की घटना हो चुकी है. उसी घर में विस्फोटक पदार्थ से विस्फोट होने की संभावना है. बम डिस्पोजल टीम तथा एफएसएल टीम के निरीक्षण के बाद स्थिति कुछ और स्पष्ट हो सकेगी.
स्थानीय लोगों के मुताबिक सब-ए-बारात के लिए घर में बम बनाया जा रहा था, जिसको लेकर ये ब्लास्ट हुआ है. घायल निर्मल ने भी इसकी पुष्टि की है. DIG सुजीत कुमार का कहना है कि FSL की टीम जांच कर रही है इसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह किस तरह का विस्फोट था. अभी तक जो जानकारी मिली है कि पीड़ित परिवारों में से एक परिवार पटाखा बनाने का काम करता था. घटना का कारण सम्भवतः पटाखा मटेरिल में विस्फोट है.