कहलगांव. एक विधुर से शादी करने के बदले आगे की पढ़ाई करना चाहती थी बेटी. मां-बाप को बेटी की यह बात इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने बेटी की हत्या कर उसके शव को टूकड़ों में काट दिया. कहलगांव थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव में तालाब से बोरे में बंद टुकड़ों में मिली युवती के शव की पहचान के साथ इस दिल दहला देनेवाले कांड का पुलिस ने खुलासा भी कर दिया है.
24 वर्षीया युवती सुमन कुमारी कहलगांव थाना क्षेत्र के अकबरपुर की ही रहने वाली थी. युवती की हत्या उसके शिक्षक पिता दीपनारायण रजक व मां टीना देवी ने ही कर दी थी. उसका कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने माता-पिता के कहने पर एक विधुर से शादी करने से इन्कार कर दिया था. क्योंकि वह पढ़ना चाहती थी और शिक्षिका बन कर समाज में बच्चों को पढ़ाना चाहती थी.
पुलिस ने उसके मां-पिता, छोटे भाई उत्तम कुमार और वनसप्ति गांव के फैयाज को गिरफ्तार कर लिया है. घर के पास से ही हत्या में प्रयुक्त तलवार, गंड़ासा और आरी बरामद हुए हैं. चारों ने अपराध कबूल कर लिया है.
सुमन पढ़ने में तेज थी. उसकी तमन्ना शिक्षक बनने की थी. स्नातक कर वह डीएलएड करना चाहती थी. घर पर वह बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती थी. उसके पिता कामत टोला प्राइमरी स्कूल के शिक्षक दीपनारायण रजक व मां टीना देवी ने उसकी शादी एक विधुर से तय कर दी.
सुमन को उनका फैसला मंजूर नहीं था. मां-बाप अपनी जिद पर अड़े थे, तो सुमन भी उनका फैसला मानने को तैयार नहीं थी. मां-बाप ने गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद दोनों ने ऐसा कदम उठाया कि ममता के साथ मानवता भी शर्मसार हो गयी. उन्होंने लाश को ठिकाने लगाने के लिए वनसप्ति गांव के परिचित फैयाज नाम के युवक को अपने घर बुलाया. उसे 50 हजार रुपये देकर शव के कई टुकड़े कराये. शव को काटने के लिए फैयाज ने तलवार, गंड़ासा और आरी का इस्तेमाल किया.
इसके बाद युवती के भाई उत्तम के सहयोग से लाश के टुकड़े कर बोरे में बंद किया और साइकिल पर लाद कर सड़क किनारे पोखर में फेंक दिया. शव नहीं मिले इसके लिए कटे सिर को पत्थर में बांधकर उसी पोखर में दूसरी ओर फेंक दिया. एसडीपीओ के निर्देश पर कहलगांव के थानाध्यक्ष श्रीकांत भारती, एएसआइ ज्योत्सना कुमारी, कन्हैया कुमार, कुंदन कुमार व सतीश कुमार की टीम ने अनुसंधान कर इस घटना का खुलासा किया.