India at UNHRC Session: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच आहूत 49वें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (India at 49th UN Human Rights Council Session) के सत्र में भारत ने युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करने की अपील की है. भारत के प्रतिनिधि ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की जरूरत है. भारत ने बुधवार को अपने संबोधन में कहा कि मानव जीवन की कीमत पर किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता. बातचीत और डिप्लोमेसी से ही तमाम समस्याओं का समाधान होना चाहिए.
लगातार 8 दिन से रूस-यूक्रेन युद्ध में हजारों लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है. बड़े पैमाने पर संपत्तियों का नुकसान हुआ है. यूक्रेन के कीव और खारकीव जैसे प्रांतों में लोग डर के साये में जी रहे हैं. विदेशी नागरिक किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग रहे हैं. भारत ने अपने नागरिकों, जिनमें सबसे ज्यादा मेडिकल के स्टूडेंट्स हैं, को वहां से निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ चला रखी है. लगातार भारत से विमान भेजे जा रहे हैं, ताकि भारतीय नागरिक सुरक्षित अपने घर लौट सकें.
ऐसे माहौल में बुलाये गये संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सत्र में भारत ने अपना रुख बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है. कहा है कि भारत लोगों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है. यूक्रेन में अभी भी हजारों भारतीय फंसे हुए हैं. हम यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के साथ मिलकर अपने नागरिकों को सुरक्षित अपने वतन लाने की कोशिश कर रहे हैं. भारत के प्रतिनिधि ने कहा कि यूक्रेन में फंसे लोगों के मानवाधिकार का भी सम्मान होना चाहिए. उनके मानवाधिकारों की रक्षा होनी चाहिए. वे सुरक्षित निकल सकें, इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए.
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भारत के प्रतिनिधि ने यह भी कहा कि भारत सरकार ने यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी है. इसमें दवाएं और चिकित्सा उपकरण शामिल हैं. रूस से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन के नागरिकों की मदद के लिए भारत सरकार ने अन्य राहत सामग्रियां भी भेजी हैं. आने वाले दिनों में हम और भी जरूरी मदद यूक्रेन को उपलब्ध करायेंगे. लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा के साथ-साथ दुनिया भर के देशों को यह भी देखने की जरूरत है कि यूक्रेन को इस वक्त क्या मानवीय सहायता चाहिए. जरूरी मानवीय सहायताएं उसे मिलनी ही चाहिए.
We urge immediate cessation of violence and an end to hostilities. No solution can ever arrive at the cost of human lives. Dialogue and Diplomacy are the only solutions for settling differences and disputes: India at 49th UN Human Rights Council Session
— ANI (@ANI) March 3, 2022
Posted By: Mithilesh Jha