रांची झारखंड विधानसभा के बाहर रुपेश पांडे हत्याकांड मामले में विपक्ष का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. विपक्ष ने सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया है व इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. इसके अलावा संजू प्रधान हत्याकांड मामले में परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है. विपक्ष के इस विरोध प्रदर्शन से सदन का कार्य ठप है.
बता दें कि इससे पहले भी भाजपा नेताओं ने बाबू लाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाये जाने को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया था. उन्होंने सरकार पर संविधान की हत्या करने का आरोप लगाया था.
ज्ञात हो कि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही भाजपा विधायकों की रणनीति बनी थी कि बाबू लाल मरांडी के नेता प्रतिपक्ष बनाने व रुपेश पांडे हत्याकांड को लेकर राज्य सरकार को घेरेंगे. भाजपा नेताओं का कहना था कि 26 महीने से प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाया जाने से संवैधानिक प्रक्रियाओं की हत्या हो रही है. कई तरह की संवैधानिक व्यवस्था बहाल नहीं हो पा रही है.
रुपेश पांडे के परिजनों ने कुछ दिन पहले सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी और मामले को सीबीआई के हवाले करने का आग्रह किया था तब मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया था कि परामर्श के बाद सरकार इस पर निर्णय लेगी. हालांकि इस मामले की सुनवाई फास्ट्रैक कोर्ट में की जाएगी. मुख्यमंत्री ने रूपेश की मां के स्थायी जीवनयापन की व्यवस्था के लिए हजारीबाग के उपायुक्त को निर्देश दे दिया है. जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
झारखंड के हजारीबाग में आपसी विवाद में दो गुटों में मारपीट हुई थी, जिसमें रूपेश पांडे बुरी तरह घायल हो गया था. बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी. इसके बाद रूपेश के गांव नयीटांड़ के आक्रोशित लोगों ने छह वाहन जला दिये थे. घटना के बाद एहतियातन राज्य में पहली बार एक साथ संवेदनशील माने जाने वाले चार जिले गिरिडीह, हजारीबाग, चतरा और कोडरमा में इंटरनेट बंद कर दिया गया था. जिसके बाद से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर है. पिछले दिनों कपिल मिश्रा को भी बरही जाने से रोक दिया गया था.
Posted By: Sameer Oraon