Weather Forecast|IMD|Severe Heat Wave| सर्दियों का मौसम जा रहा है. धीरे-धीरे गर्मी बढ़ रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गर्मियों के दौरान मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है. आईएमडी (IMD) ने कहा है कि मार्च से मई के दौरान इस बार मैदानी इलाकों में लू (Heat Wave) कहर बरपा सकता है. इसकी बहुत ज्यादा संभावना है.
मंगलवार को आईएमडी ने कहा कि मार्च से मई की अवधि के दौरान पश्चिमी तथा इससे लगे उत्तरी भागों और पूर्वोत्तर के हिस्सों में कई जगहों पर अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की ‘बहुत अधिक संभावना’ है. विभाग ने कहा कि इस अवधि के दौरान हिंद-गंगा क्षेत्र के मैदानी इलाकों में लू का कहर सामान्य से कम रहने का अनुमान है.
विभाग (Weather Department) ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान के प्रमुख हिस्सों, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है. साथ ही इस अवधि के दौरान देश के सुदूर पूर्वोत्तर क्षेत्रों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
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मौसम विभाग ने कहा कि उत्तरी मैदानी इलाकों में मार्च के महीने में लू चलने की संभावना नहीं है. आईएमडी ने आगे कहा कि मार्च 2022 में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहने की संभावना है. उत्तर पश्चिम और पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है.
मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होने और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर ‘लू’ (Heat Wave) की स्थिति मानी जाती है. IMD के अनुसार, अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर ‘गंभीर लू’ (Severe Heat Wave) घोषित की जाती है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने यह कहा है कि भारत में सर्दी के मौसम में 44 प्रतिशत अधिक वर्षा (Rain in Winter Season) दर्ज की गयी है. देश में फरवरी में भारी वर्षा (Heavy Rain) की 15 घटनाएं हुईं, जो चार वर्षों में सबसे कम हैं. सबसे भारी वर्षा की घटनाएं केरल (Kerala) और जम्मू और कश्मीर (Jammu And Kashmir) में हुईं. देश में वर्ष 2021 और 2020 में भारी बारिश की 18-18 और 2019 में 82 घटनाएं हुई थीं.
Posted By: Mithilesh Jha