Russia Ukrain War|PM Narendra Modi| यूक्रेन संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वायुसेना को काम पर लगा दिया है. पीएम एक हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं, जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा होगी. यूक्रेन के संवेदनशील क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को निकालने की रफ्तार बढ़ाने के उपायों की रणनीति पर चर्चा हो रही है. बैठक में कई सीनियर मंत्री शामिल हैं.
भारतीयों को सुरक्षित निकालने का अभियान
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए वायुसेना को अपना विमान भेजने के लिए कहा. यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामक सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए वायुसेना को मोर्चे पर जुट जाने को कहा है.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi chairs a high-level meeting on #UkraineRussiaCrisis pic.twitter.com/K1kP3YhjFs
— ANI (@ANI) March 1, 2022
24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर किया हमला
सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारतीय वायुसेना, यूक्रन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाये जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान के तहत, कई सी-17 विमान तैनात कर सकती है. 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था. इसके बाद से यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी उसकी (यू्क्रेन की) सीमा चौकियों से निकाल रहा है.
सी-17 विमानों के जरिये निकाले जायेंगे भारतीय
भारतीय वायुसेना ने एक बयान में कहा है कि यूक्रेन से भारतीयों की किसी भी तरीके से सुरक्षित निकासी के लिए वह तैयार है. सी-17 विमानों का इस्तेमाल राहत कार्यों के दौरान लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में इस्तेमाल किया जाता है. करीब 300 लोग इसमें सवार हो सकते हैं. यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार की ओर से ‘ऑपरेशन गंगा’ चलाया जा रहा है.
Prime Minister Narendra Modi to chair a high-level meeting on #UkraineRussiaCrisis at 6pm today pic.twitter.com/HAhd4EEU5q
— ANI (@ANI) March 1, 2022
अभियान का हिस्सा बने वायुसेना- पीएम मोदी
सूत्रों ने बताया कि निकासी अभियान में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना से इस अभियान का हिस्सा बनने को कहा है. संकट के मद्देनजर लोगों को निकालने के साथ-साथ, भारतीय वायुसेना के विमान मानवीय सहायता संबंधी सामान पहुंचाने के लिए भी काम करेंगे.
सभी भारतीयों को कीव छोड़ने की सलाह
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य ट्रांसपोर्ट के जरिये तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया है. दूतावास ने ट्वीट किया, ‘कीव में भारतीयों के लिए परामर्श. छात्रों सहित सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज तत्काल कीव छोड़ दें. उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम के जरिये.’
पीएम मोदी ने चार केंद्रीय मंत्रियों को काम पर लगाया
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी उसकी (यू्क्रेन की) सीमा चौकियों के रास्ते निकाल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचकर भारतीयों को सुरक्षित एवं सुगम तरीके से निकालने में समन्वय करने की जिम्मेदारी दी है. इसके तहत, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह पोलैंड में, किरन रिजीजू स्लोवाकिया में, हरदीप पुरी हंगरी में जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और माल्डोवा में समन्वय करेंगे.
Posted By: Mithilesh Jha