MahaShivratri 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन माह की कृक्ष पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि होती है. इस बार 1 फरवरी 2022 को महाशिवरात्रि पड़ रही है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती (Mata Parvati) का विवाह हुआ था.
पौराणिक कथा के अनुसार मां पार्वती (Maa Parvati) ने भगवान शिव (Bhagwan Shiv) को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी. साथ ही उन्होंने कई व्रत रखे थे. एक बार भगवान शिव बेलपत्र वृक्ष के नीचे बैठकर तपस्या कर रहे थे. माता पार्वती (Mata Parvati) जब शिव जी की पूजा (Shiv Ji Puja) के लिए सामग्री लाना भूल गईं तो उन्होंने भगवान शिव को बेलपत्र से ढक दिया. इससे भोलेनाथ बहुत अधिक प्रसन्न हुए, और तब से ही भोलेशंकर को बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा है.
1. ॐ शिवाय नम:
2. ॐ सर्वात्मने नम:
3. ॐ त्रिनेत्राम नम:
4. ॐ हराय नम:
5.ॐ इंद्रमुखाय नम:
6. ॐ श्रीकंठाय नम:
7. ॐ वामदेवाय नम:
8.ॐ त्तपुरुषाय नम:
9.ॐ ईशानाय नम:
10. ॐ अनंतधर्माय नम;
11. ॐ ज्ञानभूताय नम:
12. ॐ अनंतवैराग्यसिंघाया नम:
13. ॐ प्रधानाय नम:
14. ॐ व्योमात्मने नम:
15. ॐ महाकालाय नम:
16. शिव गायत्री मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विग्घगे, महादेव धीमहि, तन्नो रुद्र प्रचोदयाते।।
17. ॐ ह्रीं नम: शिवाय ह्रीं ॐ।
18. ॐ नम: शिवाय
19. ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ऊं।
20. ॐ आशुतोषाय नम:
21. संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र-
ॐ ह्रौं जूं स:। ॐ भू: भुव: स्व:। ॐ त्र्यम्बंक यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुर्क्षीय माअ्मृतात्। स्व: भुन: भू: ॐ। स: जूं: ह्रौं ॐ।।
पहला प्रहर- 1 मार्च, 2022 शाम 6:21 मिनट से रात्रि 9:27 मिनट तक है.
दूसरा प्रहर- 1 मार्च रात्रि 9:27 मिनट से 12: 33 मिनट तक होगी.
तीसरा प्रहर- 1 मार्च रात्रि 12:33 मिनट से सुबह 3 :39 मिनट तक है.
चौथा प्रहर- 2 मार्च सुबह 3:39 मिनट से 6:45 मिनट तक है.