रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के पांचवें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन संकट पर आज एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. इस संबंध में एएनआई न्यूज एजेंसी ने सूचना दी है. गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच आज दोपहर बाद वार्ता शुरू हुई जो करीब चार घंटे तक चली. वार्ता के बारे में अभी विस्तृत जानकारी सामने नहीं आयी है.
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में यह दूसरी बैठक है. गौरतलब है कि रविवार को पीएम मोदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ दो घंटे लंबी बैठक की थी.
Prime Minister Narendra Modi to shortly chair another high-level meeting on Ukraine crisis: Govt Sources#RussiaUkraineCrisis
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— ANI (@ANI) February 28, 2022
इसके पहले सीसीएस की बैठक में प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने पर जोर दिया था और इसे पहली प्राथमिकता बताया था. आज यूक्रेन से एयर इंडिया का विमान 240 यात्रियों को लेकर भारत पहुंचा है. अबतक कुल छह विमान भारत आ चुके हैं. सबसे पहला विमान रोमानिया से 219 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंचा था.
गौरतलब है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां की सरकार ने भारत से मदद की गुहार लगाई थी, जिसके बाद आज भारत ने यूक्रेन को मानवीय सहायता देने की घोषणा की है. भारत सरकार यूक्रेन को दवाइयां भेजेगा. इस संबंध में आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने जानकारी दी है.
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साथ ही यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाया जा रहे मिशन गंगा को और भी सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए चार मंत्री आज रात यूक्रेन से सटे देशों में जायेंगे. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी हंगरी से निकासी की निगरानी करेंगे, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा से निकासी कार्यों के प्रभारी होंगे, कानून मंत्री किरेन रिजिजू स्लोवेनिया और सड़कों से सीमा पार आवाजाही में तेजी लाएंगे और परिवहन मंत्री जनरल वीके सिंह करेंगे पोलिश सीमा से ऑपरेशन की निगरानी करेंगे.
यूक्रेन में कुल 16000 भारतीय फंसे थे जिनमें से 1,396 को वहां से अबतक निकाल लिया गया है. आज जनरल वीके सिंह ने भारतीय नागरिकों से अपील की कि सरकार उनकी सुरक्षित निकासी के लिए प्रतिबद्ध है. लेकिन जो भी सीमा पर पहुंच रहे हैं, वे संयम रखें, जो कहा जा रहा है वही करें,अन्यथा परेशानी हो सकती है, स्थिति बहुत गंभीर है.