मुजफ्फरपुर. जर्दा कारोबारी गोविंद ड्रोलिया हत्याकांड में शामिल शूटर को शनिवार की देर रात बीबी कॉलेजिएट गली में पुलिस ने इनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया. उसके पैर में गोली लगी है. वह आमगोला का रहने वाला सुमित है. पुलिस ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि पुलिस को देख कर शूटर ने नगर थानेदार अनिल कुमार पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी गोली चलायी, जिसमें वह जख्मी हो गया. एसएसपी ने बताया कि चार को गिरफ्तार किया गया है.
व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता में गोविंद ड्रोलिया की हत्या भाड़े के शूटरों से करायी गयी थी. पूरी घटना की साजिश गुटखा कारोबारी राहुल व उसके भांजे ने रची थी.वह काली कोठी का रहने वाला है. बताया जाता है कि इस हत्याकांड में ऐसे शूटरों का इस्तेमाल किया गया था, जिनका कोई अपराधिक इतिहास नहीं था. पुलिस ने शूटरों को हथियार सप्लाई करने वाले बदमाश को भी पकड़ लिया है. पुलिस की गिरफ्त में आये सभी बदमाश स्थानीय ही हैं.पुलिस ने हत्याकांड में इस्तेमाल की गयी पिस्टल व बाइक भी जब्त कर ली है. घर के पास ही मारी गयी थी गोली.
20 फरवरी की शाम पौने सात बजे गोविंद ड्रोलिया को उनके घर के पास ही गोली मार हत्या कर दी गयी थी. तिलक मैदान रोड के एजाजी मार्ग में घटना को अंजाम दिया गया था. समय कारोबारी दुकान बंद कर स्कूटी से घर पहुंचे ही थे. स्कूटी दरवाजे पर जैसे ही खड़ी की, वैसे ही पल्सर बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मार दी थी. इस घटना के बाद से शहर के व्यवसायियों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए 25 फरवरी काे मुजफ्फरपुर बंद भी कराया था, जिसका समर्थन राजद व कांग्रेस सहित अन्य संगठनों ने किया था.
पूछताछ में साजिश रचने वाले मामा-भांजा ने खुलासा किया है कि व्यवसाय में घाटा लगने से वे परेशान थे. गोविंद ने उनकी दुकान के पास एक दूसरी नयी दुकान खोल ली थी. उसकी दुकान ज्यादा चलती थी. इससे राहुल परेशान था. पुलिस का कहना है कि मोबाइल कारोबारी अभिषेक अग्रवाल हत्याकांड की तरह ही इस मामले की भी साजिश रची गयी है.