पटना. यूजीसी ने डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नियमों में सुधार कर लिया है. अब नये सत्र 2022-23 से देश के कई विवि में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो जायेगी. इसके लिए यूजीसी ने तैयारी पूरी कर ली है. यूजीसी इसके लिए एडुटेक के साथ करारा किया है. एडुटेक और यूजीसी मिल कर ऑनलाइन शिक्षण के लिए सिलेबस तैयार करेगा.
यूजीसी के चेयरमैन प्रो एम जगदीश कुमार का कहना है कि ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम एंड ऑनलाइन रेगुलेशन 2020 के नियमों में सुधार कर लिया गया है. अब यूजी और पीजी प्रोग्राम की पढ़ाई के लिए एडुटेक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल होगा. इसके लिए कोर्स व कोर्स के सिलेबस को डेवलप किया जा रहा है. इसके लिए ड्राफ्ट भी तैयार किया जा रहा है. मार्च के पहले सप्ताह में सभी यूनिवर्सिटियों व कॉलेजों से सुझाव मांगें जायेंगे.
यूजीसी के चेयरमैन प्रो एम जगदीश कुमार ने कहा है कि देश के टॉप शैक्षणिक संस्थान ऑनलाइन कोर्स संचालित कर सकते हैं. ऑटोनोमस कॉलेज या नेशनल इंस्टीट्यूट रैकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) में 100 स्थान हासिल करने वाले या लगातार तीन बार नैक से कम-से-कम ए ग्रेड में 3.26 अंक हासिल करने वालेे संस्थान ऑनलाइन कोर्स शुरू कर सकते हैं.
अभी इस क्राइटेरिया में 59 यूनिवर्सिटी 120 यूजी कोर्स, 29 पीजी एंड दो पीजी डिप्लोमा डिग्री ऑनलाइन प्रदान कर रहे हैं. इनमें 15 प्रतिशत साइंस, 50 प्रतिशत बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और 35 प्रतिशत ह्यूमैनिटी के कोर्स संचालित किये जा रहे हैं. यूजीसी ने कहा है कि शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि शिक्षण-प्रौद्योगिकी (एडुटेक) की मांग बढ़ती जा रही है. देश के वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य को देखते हुए एडुटेक की ओर यूजीसी बढ़ रहा है.