UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में राजधानी लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने राजेश्वर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. राजेश्वर सिंह प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर थे. वीआरएस स्वीकार होने के 24 घंटे के अंदर बीजेपी ने उन्हें टिकट दे दिया. टिकट मिलने के बाद से ही राजेश्वर सिंह सोशल मीडिया पर छाये हुए हैं. वह शनिवार को ट्विटर पर ट्रेंड भी कर रहे थे.
राजेश्वर सिंह सुलतानपुर जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. कानून की डिग्री भी उनके पास है. राजेश्वर सिंह की पत्नी लक्ष्मी सिंह मौजूदा समय में लखनऊ रेंज की आईजी हैं.
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राजेश्वर सिंह 1996 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं. वह लखनऊ में डिप्टी एसपी के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. लोग उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से भी जानते हैं. अब तक राजेश्वर सिंह 13 एनकाउंटर कर चुके हैं. उन्होंने ज्वाइनिंग के 14 महीने के अंदर ही अपनी एक अलग पहचान बना ली.
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राजेश्वर सिंह 2009 में प्रतिनियुक्ति पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) चले गए. वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए की सरकार में हुए 2जी स्पेक्ट्रम, कॉमनवेल्थ गेम्स स्कैम, अगस्ता वेस्टलैंड और कोयला घोटाला की जांच में भी शामिल रहे. कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के साथ उनके रिश्ते ठीक नहीं रहे.
राजेश्वर सिंह ने जिन मामलों की जांच की, उनमें अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला और एयरसेल-मैक्सिस सौदे में पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम सीधे तौर पर शामिल रहे. इसके अलावा, उन्होंने हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला, जगन मोहन रेड्डी और मधु कोड़ा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच भी की.
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राजेश्वर सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान सहारा प्रमुख सुब्रत राय को जेल भेजा. सहारा प्रमुख पर हाउसिंग फाइनेंस के नाम पर लोगों से 24 हजार करोड़ रुपये ऐंठने का आरोप लगा था. गोमती रिवर फ्रंट के केस की जांच में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही.
Posted By: Achyut Kumar