UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले गए. इस दौरान मैनपुरी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मर चुके लोगों को भी वोटर्स बना दिया गया और वोट डलवाया गया. ऐसे एक दो नहीं, बल्कि कई मामले सामने आए हैं. आइए हम आपको पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं …
मैनपुरी के आवास विकास कॉलोनी के रहने वाले रमेश सिंह का 23 अप्रैल 2019 को निधन हो गया. जब 16 फरवरी को बीएलओ ने पर्ची दी तो रमेश सिंह के भी नाम की पर्ची मिली, जिसे देख परिजन हैरान रह गए. रविवार को बूथ संख्या 189 पर उनका वोट भी पड़ा हुआ बताया गया.
Also Read: UP Chunav 2022: मैनपुरी विधानसभा में कैसा रहा मतदान और कितनी रही वोटिंग प्रतिशत, जानें सबकुछ
यही नहीं, बैंक कॉलोनी के रहने वाली मुनीम सिंह का 2021 में निधन हो गया था. उनके नाम से भी मतदाता पर्ची घर पर भेज दी गई और फिर रविवार को उनका वोट भी डलवा दिया गया. ऐसे कई मामले रविवार को तीसरे चरण के चुनाव के दौरान सामने आए.
Also Read: UP Chunav: अखिलेश यादव नहीं पार कर पाएंगे 100 का आंकड़ा, 10 मार्च को कहेंगे EVM बेवफा है- अनुराग ठाकुर
इन मामलों में बीएलओ की लापरवाही साफ दिखायी देती है. चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की तरफ से नए मतदाताओं का नाम जोड़ने और म़तकों का नाम हटाने को लेकर मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया गया था, लेकिन इसे बीएलओ ने गंभीरता से नहीं मिला. उन्होंने घर-घर जाकर सर्वे नहीं किया. यही वजह रही कि मतदाता पर्चियां मरने वालों के नाम से भी जारी हो गई.
हैरानी की बात यह है कि मृतक मतदाताओं का वोट भी ईवीएम में कैद हो गया. बकायदा उनकी लाइनें लगवाई गईं. उनसे ईवीएम का बटन दबवाया गया. परिजनों के द्वारा पूछे जाने पर मतदान कर्मियों द्वारा बताया गया कि इनका वोट तो पड़ चुका है.
Posted By: Achyut Kumar