कर्नाटक के शिवमोगा जिले में बजरंग दल के 23 साल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी है. स्थिति को सामान्य बनाने के लिए प्रशासन ने शिवमोगा में सुरक्षा बढ़ा दी है. आज जारी आदेश के अनुसार चार से अधिक लोगों के एकसाथ जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. किसी अप्रिय घटना की आशंका से प्रशासन ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है.
गौरतलब है कि कल रात विश्व हिंदू परिषद के यूथ विंग बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या हुई थी उसके बाद स्थिति तनावपूर्ण है. आज पोस्टमार्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उसके शव को अस्पताल से घर पहुंचाया गया. बताया जा रहा है कि उक्त युवक ने सोशल मीडिया पर हिजाब के खिलाफ पोस्ट लिखा जिसके बाद उसकी हत्या हो गयी.
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि हर्ष पर हमला करने से पहले हमलावरों ने पहले कार से उसका पीछा किया. उसके बाद उसपर हमला किया. हमले के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. हत्या के बाद कुछ वाहनों में आग भी लगायी गयी.
शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि भीड़ को रोकने के लिए एहतियातन धारा 144 लागू कर दी गई है. आज शाम को प्रशासन स्थिति की समीक्षा करेगा उसके बाद मंगलवार को स्थिति देखते हुए आगे की रणनीति बनायी जायेगी. हिजाब मामले पर जारी विवाद के बीच प्रशासन ने कहा कि हम ज्यादा सावधानी बरत रहे हैं.
वहीं कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि हत्या का हिजाब विवाद से कोई लेना-देना नहीं है. इसकी वजह कुछ और है, शिवमोगा एक संवेदनशील शहर है. गृहमंत्री ने बताया कि मैंने हर्ष के परिजनों से बात की है. पुलिस को हमलावरों के संबंध में कुछ जानकारी मिली है और जल्दी ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
वहीं शिवमोगा में हुई इस हत्या पर राजनीति तेज हो गयी है और विपक्ष ने मंत्री राज ईश्वरप्पा से इस्तीफे की मांग कर दी है, क्योंकि शिवमोगा उनका क्षेत्र है. जबकि राज ईश्वरप्पा का आरोप है कि मुसलिम गुंडों ने बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या की है.
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