पटना. राज्य सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों से कॉलेजों के संबंधन को लेकर प्रस्ताव मांगे हैं. सिर्फ मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय के द्वारा सरकार को कॉलेजों के संबंधन को लेकर अब तक प्रस्ताव नहीं भेजा गया है. 15 फरवरी तक प्रस्ताव भेजना था. मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय में 13 कॉलेजों के द्वारा एफिलिएशन को लेकर आवेदन किया गया है. इन्हें सरकार के पास भेजा जाना था, लेकिन इनके संबंधन को लेकर आंतरिक निरीक्षण व अन्य प्रक्रिया अभी भी पेंडिंग होने की वजह से इनका प्रस्ताव नहीं भेजा जा सका है.
इसके पीछे का कारण है कि विगत एक वर्ष से अधिक से कोई भी कुलपति यहां स्थायी तौर पर नहीं हैं. इस वजह से यह प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी है. विवि के अंतर्गत सिर्फ एक ही मान्यता प्राप्त कॉलेज है. यह है फातिमा डिग्री कॉलेज फुलवारीशरीफ. एक और कॉलेज भी लिस्ट में था, लेकिन बाद में जरूरी अर्हता पूरी नहीं होने की वजह से उसकी मान्यता समाप्त कर दी गयी. विवि के अंतर्गत 31 बीएड कॉलेज हैं.
लेकिन इनमें सिर्फ एक बीएड कोर्स की पढ़ाई होती है. जबकि विवि को फुलफ्लेज्ड कॉलेज चाहिए. क्योंकि सिर्फ एक कॉलेज और आठ पीजी विभाग या बीएडी कॉलेजों से विवि को यूजीसी की 12बी की मान्यता नहीं मिल सकती है. विवि को अपना भवन मिल गया है, लेकिन नये कॉलेज व पीजी विभाग नहीं मिलने से विवि न तो यूजीसी 12बी के लिए आवेदन कर पा रहा है और न ही नैक के लिए.
कुल 13 कॉलेजों में संबंधन के लिए आवेदन किया है. लेकिन उनके द्वारा प्रस्तुत कागजात के अनुसार निरीक्षण नहीं हो सका है. चूंकि वर्तमान कुलपति भी प्रभार हैं, यह कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है. राजभवन से इस संबंध में दिशा-निर्देश मांगा गया है, या फिर जब नये कुलपति आयेंगे तो संबंधन के लिए आगे की प्रक्रिया कर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया जायेगा.
डॉ हबीबुर्र रहमान, रजिस्ट्रार, मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी यूनिवर्सिटी, मीठापुर, पटना