Jharkhand news: मध्य प्रदेश के इंदौर की तर्ज पर जमशेदपुर शहर में भी बायो CNG प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है. पहले चरण में 50 टन प्रतिदिन गीला कचरा आधारित प्लांट लगाया जायेगा. दूसरे चरण में इसकी क्षमता बढ़ाकर 100 टन हर दिन की जायेगी. एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट के उद्घाटन समारोह में डीसी सूरज कुमार और जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार शामिल हुए थे. बता दें कि शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने इंदौर में निर्मित बायो सीएनजी प्लांट का ऑनलाइन उद्घाटन किये थे.
इसी उद्घाटन समारोह में शिरकत करने गये जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने कहा कि जल्द ही विभाग से अनुमति प्राप्त कर बायो सीएनजी प्लांट लगाया जायेगा. बता दें कि मध्य प्रदेश के इंदौर में एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट के उद्घाटन समारोह में डीसी सूरज कुमार और जेएनएसी एसओ कृष्ण कुमार को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था.
पूर्वी सिंहभूम डीसी सूरज कुमार और जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने इंदौर मॉडल को करीब से जाना तथा सूखा कचरा के लिए लगाये गये प्लांट को देखा. इंदौर एकमात्र ऐसा शहर है, जो 6 तरह के कचरे को अलग करता है. 20 से अधिक बाजार जीरो वेस्ट बने हैं. 3000 बेकलेन बनी है. इसके अलावा यहां नदियों को पुनर्जीवित किया जा रहा है. स्वच्छता रैकिंग में नंबर वन आनेवाला इंदौर अब कचरे से भी ऊर्जा बनाने में सक्षम हो गया है. इसी तर्ज पर शहर को आनेवाले समय में विकसित करने की तैयारी चल रही है.
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डीसी सूरज कुमार ने कहा कि इंदौर आना एक अच्छा अनुभव रहा. यहां ठोस कचरा प्रबंधन को काफी नजदीक से जानने का मौका मिला. इससे जमशेदपुर के लिए ठोस कचरा प्रबंधन के लिए उचित उपाय करने में सहयोग मिलेगा. बायो सीएनजी प्लांट केवल देश का ही नहीं, बल्कि एशिया महादेश का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट है. इस प्लांट से हरदिन 17,000 किलोग्राम सीएनजी गैस तथा करीब 100 टन खाद का उत्पादन किया जा सकेगा. इस प्लांट की मदद से करीब 400 बसें बायो सीएनजी से चलेंगी.
Posted By: Samir Ranjan.