कोसी प्रक्षेत्र के डीआइजी शिवदीप लांडे के मधेपुरा दौरा से आमजनों में बेहतर पुलिसिंग की उम्मीद की जा रही थी. वहीं सुपर कॉप के जिले में प्रवेश करते ही बिहारीगंज में अपराधियों ने जदयू नेता प्रदीप साह की सरेआम हत्या कर अपनी मंशा जाहिर कर दी है.
ज्ञात हो कि बीते 24 जनवरी को बिहारीगंज में राजद नेता लाल यादव की भी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इलाके के लोग उस घटना से अभी तक सहमे हुए ही थे कि जदयू नेता की हत्या ने बेहतर पुलिसिंग के खोखले दावे की पोल खोल कर रख दी है. ज्ञात हो कि घटना के वक्त डीआइजी लांडे जिले के आलमनगर थाना में निरीक्षण के लिए जा रहे थे.
जिले में लगातार हो रही घटना इस बात का प्रमाण है कि पुलिसिया अनुसंधान की गति धीमी रहती है. इस वजह से संगीन वारदात ही नहीं अपराधियों की तादाद भी बढ़ती जा रही है, जबकि इस प्रकार के कांडों के संलिप्त की गिरफ्तारी के बाद स्पीडी ट्रायल के माध्यम से कठोर सजा का प्रावधान होना चाहिए. जानकारी के अनुसार सैकड़ों की तादाद में प्राथमिकी लंबित है, जिसका अनुसंधान ससमय नहीं हो पाता है. इस मामले में विभाग के वरीय अधिकारियों की तत्परता से पेशेवर अपराधियों पर लगाम लगाया जा सकता है.
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चुनाव के समय मधेपुरा की धरती अक्सर रक्तरंजित होती रही है. बीते वर्ष गम्हरिया में प्रखंड जदयू अध्यक्ष अशोक यादव की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 24 जनवरी को बिहारीगंज में राजद के वरीय नेता लाल यादव की भी हत्या अपराधियों ने गोली मारकर की थी. शुक्रवार को जदयू नेता की हत्या के बाद आमजन ही नहीं जनप्रतिनिधि भी भयभीत हो गये है.