कनाडा की राजधानी ओटावा में प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों ट्रक चालकों को पुलिस ने हटाने का अभियान शुरू कर दिया है. बता दें, प्रदर्शन के कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया था. हटाने के दौरान पुलिस ने शुक्रवार को कम से कम 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ओटावा पुलिस के अंतरिम प्रमुख स्टीव बेल ने कहा कि उप्रदव करने के आरोप में अब तक कम से कम 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब दो दर्जन वाहनों को हटाया जा चुका है.
वहीं, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में एक पुलिस अधिकारी को मामूली चोटें आई हैं. पुलिस और प्रशासन के दबाव के बाद प्रदर्शनकारियों ने वाहनों और ट्रकों को हटाना शुरू कर दिया है. स्टीव बेल ने कहा कि पुलिस सड़क पर नियंत्रण करने के लिए आगे बढ़ना जारी रखेगी. उन्होंने कहा, “हम दिन-रात काम करेंगे जब तक कि यह पूरा नहीं हो जाता.” गिरफ्तार किए गए लोगों में प्रदर्शनकारियों की अगुवाई करने वाले चार नेता भी शामिल हैं. एक को जमानत मिल गई जबकि अन्य जेल में बंद हैं.
सरकार ने प्रदर्शन खत्म कराने के लिए यहां आपातकालीन स्थिति लागू की हुई है. इसी के तहत पुलिस प्रदर्शनकारियों को वापस भेजने की कोशिश कर रही है. शुक्रवार की सुबह पुलिस ने अभियान शुरू किया तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया. इसके बाद स्वचालित हथियारों से लैस सुरक्षाबलों ने प्रदर्शन स्थल की ओर कूच किया और कुछ प्रदर्शनकारियों को जमीन पर गिरा दिया और उनके हाथ पीछे से बांध दिए.
दरअसल, कनाडा में इन दिनों कोविड-19 टीकाकरण और वैश्विक महामारी संबंधी पाबंदियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. ट्रक चालकों की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने कनाडा की राजधानी ओटावा में ट्रकों के साथ जाम लगा दिया है और कई जगह कनाडा से अमेरिका जाने वाला मार्ग बाधित कर दिया है. बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी ओटावा के पार्लियामेंट हिल इलाके में पहुंचे और उन्होंने सरकारी इमारतों के चारों ओर कटीले तार लगाकर उनकी घेराबंदी कर दी.
पुलिस ने शहर के अधिकांश इलाकों को बाहरी लोगों के लिए सील करना शुरू कर दिया है ताकि प्रदर्शनकारियों की सहायता के लिए उन्हें आने से रोका जा सके. वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि सैकड़ों पुलिस अधिकारी प्रदर्शन स्थल पर मौजूद हैं. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों के करीब एक श्रृंखला बना रखी है.
सभी आपस में एक दूसरे के हाथ पकड़े हुए हैं और कनाडा का राष्ट्रगान गा रहे हैं. पुलिस का आरोप है कि प्रदर्शनकारी बच्चों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. एपी से केविन हॉमंड नाम के एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ”आज़ादी कभी मुफ्त में नहीं मिलती. अगर वे हमें हथकड़ी लगा जेल में भी डाल देंगे तो क्या हुआ?”
Posted by: Pritish Sahay