पटना. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार ने बिहार के बीमारू राज्य वाली छवि को बदल दिया. अपने काम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान बनायी. वह शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार विधान परिषद में दिये गये भाषण के प्रकाशित संग्रह का लोकार्पण कर रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन विधान परिषद के उपभवन स्थित सभागार में किया गया था.
लोकार्पण के बाद हरिवंश ने कहा कि नीतीश कुमार ने गांधी, लोहिया और जेपी के आदर्शों को जमीन पर उतारा. नीतीश कुमार अकेले अपवाद हैं, जिन्होंने समाजवादी धारा को गौरव दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने प्रबंधन और शैली से आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया. बिहार की विकास दर दो अंकों में 2011-12 में ही 10.87 फीसदी हो गयी थी. अब कोरोना काल में विकास दर दो अंकों में रहा.
विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि यह उनके लिए गौरव की बात है कि नीतीश कुमार विधान परिषद के सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि पुस्तक को प्रकाशित करने का मकसद यह है कि मुख्यमंत्री के वक्तव्यों की चर्चा सभी तक पहुंचे.
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पुस्तक और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली की सराहना की. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि विधानसभा का भी डिजिटल संग्रहालय हो जिससे अगली पीढ़ी शोध कर सके.
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा है कि यह केवल टंकित किताब ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार की विकास यात्रा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी, दहेज प्रथा और बाल विवाह सहित सामाजिक बदलाव के कई लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये.
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि बेहतर नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक सूझबूझ के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण में बिहार की दिशा तय करने का संदेश रहता है. वे यदि लक्ष्य तय करते हैं तो उस तक पहुंचने के लिए हर प्रकार से व्यवस्था करते हैं. उनमें समय प्रबंधन की अद्भुत क्षमता है. समारोह को विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम का संचालन करते हुये विधान पार्षद रामवचन राय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नपा-तुला बोलते हैं. उन्होंने कहा कि किताब का शीर्षक चुनने के लिए चर्चा होनी चाहिए थी. इसका शीर्षक और बेहतर हो सकता था. वहीं विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अन्य राज्यों में जाकर बिहारियों की सुध लेने की चर्चा की.
लोकार्पित किताब का नाम ‘माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के बिहार विधान परिषद में दिए गए भाषण के प्रकाशित संग्रह’ है. इस पुस्तक में विधान परिषद के 151 वें से 195 वें सत्र के दौरान दिये गये मुख्यमंत्री के भाषण संकलित किये गये हैं.