Jharkhand naxalitews news: गुमला जिला में सक्रिय भाकपा माओवादी के कई बड़े नक्सली लोहरदगा जिला के बुलबुल जंगल में फंसे हुए हैं. इनमें 5 लाख रुपये के इनामी नक्सली रंथू उरांव व लजीम अंसारी भी है. साथ में शीर्ष नेता छोटू खेरवार भी बुलबुल जंगल में फंसा हुआ है. ये लोग जोनल कमांडर रवींद्र गंझू से बैठक करने के इरादे से बुलबुल जंगल स्थित नक्सलियों के स्थायी कैंप गये हुए थे. लेकिन, पुलिस को इसकी भनक लग गयी.
गुमला, लोहरदगा और लातेहार जिला के सीमावर्ती इलाके में बुलबुल जंगल है. इसलिए तीनों जिला की पुलिस ने नक्सलियों की घेराबंदी कर छापामारी अभियान चला रही है. गुमला के एक वरीय पुलिस अधिकारी ने बताया है कि बुलबुल जंगल में अभी भी नक्सली जमे हुए हैं. पुलिस घेराबंदी कर धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. नक्सलियों के बुलबुल जंगल से निकलकर गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर इलाके में घुसने की योजना है. लेकिन, नक्सलियों को बिशुनपुर इलाके में घुसने से रोकने व बुलबुल जंगल में ही रोक कर मुठभेड़ में मार गिरने के लिए सुरक्षा बल लगे हुए हैं.
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, बुलबुल जंगल में बड़े नक्सलियों के फंसने के बाद गुमला जिला में सक्रिय छोटे नक्सली डर से छिप गये हैं. अभी 10 दिनों से गुमला जिला में भाकपा माओवादी की सक्रियता कम हुई है. क्योंकि कई नक्सली बुलबुल जंगल में फंस गये हैं, तो कुछ नक्सली गुमला में अपनी जान बचाने के लिए छिपे हुए हैं.
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बता दें कि बुलबुल जंगल लोहरदगा जिला के पेशरार थाना क्षेत्र में पड़ता है, जो कि गुमला जिला के बिशुनपुर व घाघरा प्रखंड से सटा हुआ है. बुलबुल घना जंगल व पहाड़ी इलाका है. करीब 20 सालों से नक्सली बुलबुल जंगल को अपना सेफ जोन बनाये हुए थे. यहां नक्सलियों की बैठक के अलावा ट्रेनिंग कैंप भी चलता था. लेकिन, पिछले 8 दिनों से पुलिस बुलबुल जंगल को घेरकर छापामारी अभियान चला रही है. इस अभियान के दौरान तीन जवान घायल हुए हैं. जबकि सुरक्षा बलों ने एक नक्सली को अबतक मार गिराया है. यहां तक कि पहाड़ी गुफा में बने नक्सली कैंप को ध्वस्त कर चुके हैं.
नक्सली घने जंगल में कहां छिपे हैं. इसकी तलाश के लिए सुरक्षा बल हेलीकॉप्टर का भी प्रयोग किया जा रहा है. इसबार जवानों ने रणनीति के तहत घेराबंदी की है, ताकि नक्सलियों को खत्म किया जा सके. यहां बता दें कि सिर्फ गुमला के रास्ते से बुलबुल जंगल की ओर 400 सुरक्षा बल आगे बढ़े हैं. काफी संख्या में सुरक्षा बल जंगल में घुसकर नक्सलियों की तलाश कर रहे हैं.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.