UP Chunav 2022: सोमवार को नामांकन के दौरान सुभासपा के राष्टीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं के एक गुट ने नारेबाजी की थी. अधिवक्ताओं के नारेबाजी करते देख सपा कार्यकर्ता और सुभासपा कार्यकर्ताओं ने भी अधिवक्ताओं के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी थी. पुलिस के आलाधिकारियों ने दोनो पक्षों हटाया था. इस घटना को संज्ञान लेते हुए वाराणसी जिलाधिकारी ने दोनो बार एसोसिएशन को पत्र लिखा है और ओपी राजभर ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिख कर वाराणसी जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग की है.
वाराणसी इस पूरे मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी वाराणसी ने दोनों बार एसोसिएशन को सोमवार को पत्र जारी कर भविष्य में ऐसी घटना ना हो यह सुनिश्चित कराने और जिन अधिवक्ताओं को न्यायालय का कार्य ना हो वो 18 तारीख शाम तक कलेक्ट्रेट ना आएं ये लिखा गया है. यह भी लिखा गया है कि अधिवक्ता कलेक्ट्रेट में आने की आज़ादी का गलत फायदा ना उठाएं, प्रत्याशियों और राजनीतिक लोगों को किसी अप्रिय स्थिति का सामना ना करना पड़े और उन्हें पूरा सम्मान मिले ये सभी की जिम्मेदारी है और भविष्य में ऐसी घटना की किसी अधिवक्ता द्वारा पुनरावृति ना कि जाए.
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आप को बता दे की सोमवार को सपा और सुभासपा गठबंधन के शिवपुर विधानसभा के उम्मीदवार अरविंद राजभर नामांकन करने पहुंचे थे. नामांकन कक्ष के बाहर अधिवक्ताओं ने अरविंद राजभर और सुभासपा के राष्टीय अध्यक्ष ओपी राजभर को देख कर नारे बाजी की थी। पुलिस ने किसी तरह नामांकन कक्ष के पास से सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर और अरविंद राजभर को बाहर निकाला था.
इस पूरे मामले ओपी राजभर ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिख कर जिलाधिकारी वाराणसी और पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग की है और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है. ओपी राजभर ने निर्वाचन आयोग से सुभासपा के उम्मीदवार अरविंद राजभर की सुरक्षा बढ़ाई जाने की मांग की है. इस पूरे मामले में डीसीपी वरुणा ने बताया की वीडियो फुटेज में कही भी अभद्रता और कालर पकड़ने की कोई बात नही दिखी है. दोनो तरफ से नारेबाजी हुई थी जिसको शांत करा दिया गया था.
रिपोर्टर – विपिन सिंह