Jharkhand news: पश्चिमी सिंहभूम पुलिस को भाकपा माओवादी नक्सलियों द्वारा पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के दो बॉडीगार्ड की हत्या व एक को घायल कर तीनों के हथियार लूटने के मामले में बड़ी सफलता मिली है. इस मामले में पुलिस ने बिला पंचायत के झीरूवां निवासी पूर्व मुखिया कुजरी केराई सहित 9 नक्सलियों के सदस्य व सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही इनके पास से तीन कार्बाइन, 42 राउंड गोली, दो नक्सली बैनर, पांच पोस्टर, एक बाइक व 7 मोबाइल बरामद किये गये हैं. इस बात की जानकारी एसपी अजय लिंडा ने पत्रकारों को दी.
गिरफ्तार नक्सलियों के सदस्य व सहयोगियों में प्रधान कोडाह, पुसा लुगून, कुजरी केराई, श्रीराम तुबिद, शैलेंद्र बहांदा, मंगल सिंह लुगून, मंगल सिंह दिग्गी, रंगिया लुगुन व सुनिया सुरीन शामिल है. एसपी अजय लिंडा ने बताया कि बिला पंचायत के झिलरूंआं गांव में रहने वाले पूर्व मुखिया को नक्सलियों की इस करतूत की पूर्व से ही जानकारी थी.
एसपी श्री लिंडा ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम के झीलरुआ हाई स्कूल मैदान में आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन में पूर्व मुखिया कुजरी केराई भी आयोजकों में से एक था और बॉडीगार्ड की हत्या पूर्व नियोजित थी. उन्होंने बताया कि नक्सलियों का मुख्य मकसद विधायक के बॉडीगार्डस से हथियार लूटना था. इसको लेकर नक्सलियों ने दो दिन पहले बैठक भी की थी. उन्होंने बताया कि पूर्व मुखिया कुजरी केराई ने जान-बुझकर कार्यक्रम का आयोजन देर से किया था. वहीं, नक्सली हमले से करीब 10-15 मिनट पहले पूर्व मुखिया वहां से चले गये थे.
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एसपी ने बताया कि प्रधान कोडाह रोबोकोचा वन ग्राम रहता है व उसने वहां दो बार बैठक भी किया था. बैठक में माओवादियों ने स्पष्ट कहा था कि उनका उद्देश्य बॉडीगार्डस का हथियार लूटना है. वहीं, घटना के दिन कार्यक्रम स्थल पर 3-4 युवक पहले से मौजूद थे और चारों तरफ घूम रहे थे. साथ ही नक्सलियों को पल- पल की खबर दे रहे थे. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के पास चाकू थे व दो युवकों के पास मिर्च पाउडर भी थी. नक्सलियों ने घटना को अंजाम देने से पूर्व बॉडीगार्डस के आंखों में मिर्च पाउडर झोंक दिया था. इसके बाद दो बॉडीगार्ड की हत्या व एक को घायल करने के बाद मेहनत मुर्मू उर्फ मोछू दस्ते के नक्सलियों ने तीनों के हथियार लूट ले गये थे.
उन्होंने कहा कि नक्सलियों के हमले में सिर्फ बॉडीगार्ड ही टार्गेट में थे. पूर्व विधायक गुरूचरण नायक उनके टार्गेट में नहीं थे. उन्होंने बताया कि थाना सोनुवा के थाना प्रभारी ने पूर्व विधायक को पहले भी जहां-तहां नहीं जाने की हिदायत थी. लिहाजा यह भी जांच की जायेगी कि इस मामले में पूर्व विधायक का क्या रोल था. वहीं, आयोजकों की भी इसमें भूमिका रही है, इसकी भी पड़ताल की जायेगी.
एसपी श्री लिंडा ने कहा कि गिरफ्तार सभी युवकों का काम नक्सलियों को पुलिस की गतिविधियों की जानकारी देना था. ये युवक ना केवल मोछू दस्ते के नक्सलियों को केवल तमाम जानकारियां देते थे, बल्कि उनके दस्ते के साथ घूमते भी थे व आईडी लगाने में मदद भी करतेे थे.
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गौरतलब है कि 4 जनवरी की शाम करीब 6.15 बजे झीलरूंआ स्कूल मैदान में खेलकूद समारोह के क्रम में नक्सलियों ने पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला कर दिया था. इस दौरान पूर्व विधायक भीड़ में शामिल होकर व बंडी हाथ में लेकर अपनी जान बचायी थी. इस बीच थोड़ी देर बाद पैदल ही चलते हुए घर पहुंच गये थे. वहीं, नक्सलियों ने मैदान में मौजूद पूर्व विधायक के तीनों बॉडीगार्डस को घेर लिया व उनके हथियार लूटने लगे थे. इस दौरान तीनों बॉडीगार्ड ने नक्लियों के साथ जांबाजी से लड़ाई की थी, लेकिन नक्सलियों ने चाकू से हमला कर व गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि एक जवान किसी तरह घायलावस्था में ही जान बचाकर भागने में सफल रहा था.
Posted By: Samir Ranjan.