मुंगेर पिछले कई दशकों से दो पुलों के चालू ना होने के कारण अनेकों समस्याओं से जूझ रहा था. शुक्रवार को गंगा पर बने पुल और घोरघट पुल का सौगात मिला तो आम लोगों के साथ ही व्यवसासियों में खासा उत्साह है. घोरघट पुल चालू होने का इंतजार खत्म हो गया और अब बड़ी गाड़ियां भागलपुर से मुंगेर एनएच होकर आ-जा सकेंगी. इस पुल के चालू होने से भागलपुर और मुंगेर के बीच 50 किलोमीटर से अधिक की दूरी घटी है.
भागलपुर के लोगों को पटना आने-जाने के लिए अब और अधिक सहूलियत हो गयी है. घोरघट पुल चालू होने से अब भागलपुर और सुल्तानगंज के लोगों को मुंगेर जाने के लिए बस की सुविधा भी मिल सकेगी. इस पुल के चालू नहीं होने से अभी तक बस के बदले ट्रेन का ही सफर करना पड़ता था. अब मुंगेर के लिए बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा.
घोरघट पुल चालू होने से बड़े वाहनों का आवागमन शुरू हो जायेगा. पश्चिम बंगाल, असम सहित अन्य राज्यों से सब्जी सहित अन्य तरह का माल व्यवसायियों द्वारा मंगाया जाता था. जबकि पेट्रोलियम पदार्थ भी बरौनी से आता है.
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एनएच-80 को भागलपुर व मुंगेर सीमा से जोड़ने वाला घोरघट पुल वर्षों से निर्माणाधीन था. जिसके कारण मालों को लेकर आने वाले बड़े वाहनों को 100 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती थी. जिसके कारण मुंगेर बाजार में मूल्य ट्रांसपोर्टिंग के कारण अधिक हो जाता था. उससे लोगों को छुटकारा मिलेगा. जबकि भागलपुर के विक्रमशिला पुल पर वाहनों का दबाव कम होगा. क्योंकि घोरघट पुल के साथ ही मुंगेर गंगा पर बना सड़क पुल भी चालू हो गया है.
बता दें कि घोरघर पुल 2007 में ही बनकर तैयार हो गया था. लेकिन तब पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. करीब 14 साल के बाद यह पुल बनकर तैयार हुआ है. क्षतिग्रस्त पुल के बगल में एक ब्रिज तैयार किया गया था जिसपर छोटे वाहनों को गुजरने की अनुमति थी. अब घोरघट पुल तैयार होने के बाद एकसाथ ही कई समस्याओं का निवारण हुआ है.
Published By: Thakur Shaktilochan