पटना एयरपोर्ट पर 308 मीटर लंबा और 25 मीटर चौड़ा आइसोलेसन पार्किंग-बे बनेगा. इसके लिए 16.5 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है, जिसे राज्य सरकार की स्वीकृति मिल गयी है. इन दिनों जमीन की नापी चल रही है जिसके बाद उसे एयरपोर्ट ऑथोरिटी को सुपुर्द किया जायेगा. उसके बाद पार्किंग बे का निर्माण शुरू होगा. इसका अनुमानित बजट 12.5 करोड़ है. अगले एक वर्ष के भीतर इसका निर्माण पूरा हो जाने की संभावना है.
डॉप्लर वेरी हाइ फ्रिक्वेंसी रडार डीवीओआर के बगल में आइसोलेसन पार्किंग बे बनेगा जो एयरपोर्ट की दक्षिणी दीवार और रेलवे लाइन के बीच की 16.5 एकड़ जमीन पर फैला होगा. इसका एक सिरा एयरपोर्ट टर्मिनल के दक्षिण में बिहार पशु विज्ञान विवि के सामने तक विस्तृत होगा और कुल 308 मीटर लंबाई में फैला होगा. इसकी चौड़ाई 25 मीटर होगी. उसमें विमान के आने जाने या खड़े रहने के लिए 18 मीटर का पैसेज रहेगा जबकि दोनों ओर लाइट आदि लगाने के लिए 3.5-3.5 मीटर का सोल्डर्स होगा.
आइसोलेसन पार्किंग बे के निर्माण से बम थ्रेट के दौरान चेकिंग में सुविधा होगी. इससे संदेहास्पद विमानों को सामान्य पार्किंग से दूर खड़ी कर उनकी जांच पड़ताल करना आसान हो जायेगा और विस्फोट की स्थिति में भी आसपास विमानों के खड़े नहीं होने से दूसरे विमानों के यात्रियों के चोटिल होने की आशंका नहीं रहेगी. देश के सभी बड़े एयरपोर्ट पर आपातकालीन जरूरत के लिए सामान्य पार्किंग बे से अलग इसतरह के आइसोलेशन पार्किंग बे बनाये गये हैं.