गुमला सदर थाना के टोटो रामपुर गांव निवासी दुलारी उराइंन (70) की हत्या गांव के राजा उरांव ने कर दी. दुलारी घर पर अकेले थी. राजा उरांव घर में घुसकर पहले लाठी से पीट-पीट कर हत्या कर दी. इसके बाद शव को कुएं में डाल दिया. आरोपी राजा उरांव का कुछ दिन पहले बीमारी से मवेशियों की मौत हो गयी थी.
गांव के एक भगत ने मवेशियों की मौत का जिम्मेदार दुलारी उरांइन को बताते हुए उसपर डायन बिसाही करने का आरोप लगाया था. इसलिए राजा उरांव अंधविश्वास में आ गया और अपनी मवेशियों की मौत का बदला लेने के लिए दुलारी की हत्या कर फरार हो गया. घटना की सूचना मिलने पर गुमला पुलिस घटनास्थल पहुंचकर शव को कब्जे में कर पंचनामा कर शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया.
मृतका के पुत्र का बयान कलमबद्ध कर मामला दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू कर दी है. घटना के संबंध में मृतक के बेटे भैयाराम उरांव ने बताया कि वह नथूनी सिंह के ईंट भट्ठे में काम करता है. रविवार को वह भट्ठा में था. रविवार की देर शाम उसके बेटे राजेंद्र उरांव ने उसे मां दुलारी की हत्या की जानकारी दी. जिसके बाद वह घर लौटा.
गांव वालों के सहयोग से शव को कुआं से बाहर निकालकर पुलिस को सूचना दी. उन्होंने बताया कि 10 वर्ष पूर्व राजा उरांव के परिजनों का मवेशी बीमार हो रहा था. वह किसी भगत से बीमार मवेशियों को दिखाया था. भगत द्वारा मेरी मां को डायन बिसाही करार दिया था. इस मामले में पंचायती भी हुई थी. बीमारी से उसके मवेशी मर गये थे. उसे लगा कि मेरी मां के कारण ही उसके मवेशियों की मौत हुई. इसलिए राजा उरांव ने घर में अकेला पाकर मेरी मां की हत्या कर शव को कुआं में डालकर फरार हो गया.