Lata Mangeshkar Passes Away: देशवासी रविवार यानी 6 फरवरी का दिन कभी नहीं भूल सकते, क्योंकि यही वो दिन था जब सुरों का कारवां थम गया है. सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 6 फरवरी को 92 साल की उम्र में निधन हो गया है. भारत रत्न लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. देश के साथ यूपी सरकार ने भी लता मंगेशकर के निधन पर दो दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है.
उत्तर प्रदेश में राजकीय शोक के दौरान दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. लता मंगेशकर के निधन पर यूपी के अलावा अन्य प्रदेशों में दो दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है. लता मंगेशकर के निधन पर आम से लेकर खास तक हर कोई उनके गानों और उनके व्यकित्व को याद करता नजर आया. करीब 7 बजे उनका शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया.
इस दौरान पीएम मोदी ने पुष्पचक्र अर्पित कर उनके पार्थिव शरीर की परिक्रमा की साथ ही हाथ जोड़कर नमन किया. लता मंगेशकर के निधन की खबर के तुरंत बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, ‘दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गई हैं. वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई हैं जिसे भरा नहीं जा सकता. आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद करेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी.’
सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा, ‘स्वर कोकिला, ‘भारत रत्न’ आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुःखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें.’
दरअसल, लता मंगेशकर कोरोना पॉजिटिव होने का बाद से लगातार अस्वस्थ थीं. हालांकि, उन्हें समय-समय पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस बीच उन्हें न्यूमोनिया हो गया और हालत बिगड़ती चली गई. इसके बाद से उनके स्वास्थ्य में गिरावट होती चली गई, और 5 फरवरी को उनकी स्थिति अधिक बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया, लेकिन इस बार स्वर कोकिला को वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाया नहीं जा सका और 6 फरवरी को लता मंगेशकर ने आखिरी सांस ली. करीब 7 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया.