पटना. बिहार में बेराजगारी और नौकरी के मुद्दे पर तेजस्वी के बाद अब चिराग पासवान भी सड़क पर उतरेंगे. लोजपा(राम) के अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता बेरोजगारी समेत बिहार के अन्य मुद्दों को लेकर सड़क पर उतरने जा रहे हैं. चिराग ने 15 फरवरी को पटना में राजभवन मार्च करेंगे है. पार्टी इसकी तैयारी में अभी से जुट गई है.
पटना के गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर से राजभवन मार्च की शुरुआत होगी और चिराग पासवान समेत प्रदेशभर से आए पार्टी के नेता इसमें शामिल होंगे. चिराग पासवान ने कहा है कि अगर सरकार इस मार्च के ऊपर शक्ति दिखाती है या पुलिस के जरिए कोई बल प्रयोग किया जाएगा तो पहली लाठी वह खाएंगे. चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा ना केवल बिहार के युवाओं को उठाना पड़ रहा है, बल्कि राज्य की जनता मौजूदा शासन से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है.
इस मसले पर चिराग पासवान ने पटना में पार्टी के तमाम प्रवक्ताओं के साथ बैठक की है. बैठक में पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी. इस बैठक के बाद चिराग दिल्ली के लिए रवाना हो गये, लेकिन जाते-जाते पार्टी कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण टास्क भी दे गये.
सूत्रों की माने तो बैठक के दौरान चिराग पासवान अपने प्रवक्ताओं के काम से बेहद नाराज थे. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रवक्ताओं को अगर नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने में दिक्कत है तो वो पद छोड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि अपने डेटा को मजबूत करें और सरकार जिन मोर्चों पर विफल रही है, उसे मीडिया के सामने जाकर मजबूती के साथ उठायें. चिराग ने अपने प्रवक्ताओं को यह भी कह दिया है कि अब सत्ता पक्ष पर ज्यादा नरम रहने की जरूरत नहीं है. जो भी शासन में है वह तमाम दल सरकार की नाकामियों के लिए जिम्मेदार हैं.