पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षक बहाली में तेजी लाने का निर्देश दिया है. गुरुवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 6421 पंचायतों में हाइ स्कूल की स्थापना की गयी है. सभी पंचायतों में नौवीं और दसवीं की पढ़ाई आरंभ हो चुकी है. राज्य में छात्र-शिक्षक अनुपात 1:40 मानक के करीब पहुंच चुका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2006 से सड़क, स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाये गये हैं. बड़ी संख्या में प्राथमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालय की स्थापना की गयी. विद्यालय भवनों का निर्माण स्थानीय स्तर पर विद्यालय शिक्षा समितियों द्वारा किया गया, इससे लोगों को रोजगार मिला, साथ ही स्थानीय स्तर पर बिजनेस को भी बढ़ावा मिला.
उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट में यह बात सामने आयी कि लड़कियां शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर घटेगी. इसी के आधार पर हर पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाने का हमलोगों ने निर्णय लिया, ताकि लड़कियां इंटर तक की पढ़ाई कर सकें. सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की गयी है. इससे अब छात्र-छात्राओं को अपनी पंचायत में ही उच्च माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा मिल सकेगी. छात्राओं का शैक्षणिक स्तर बढ़ने से प्रजनन दर में और कमी आयेगी.
सीएम ने कहा कि जब हमलोगों ने काम संभाला था तो राज्य में प्रजनन दर 4.3 थी जो घटकर अब 3 पर आ गयी है. उन्होंने कहा कि लड़कियों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमलोगों ने मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना और मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना चलायी. मैट्रिक की परीक्षा में लड़कियों की संख्या अब लड़कों से अधिक हो गयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय के आधारभूत संरचना निर्माण कार्य में तेजी लायें.
बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने हाइ स्कूलों की स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के सभी पंचायतों में हाइ स्कूल खोले जाने के निर्देश के अनुसार 6421 पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की जा चुकी है. इन विद्यालयों में उन्नयन योजना के तहत स्मार्ट क्लास के माध्यम से पाठ्यक्रम के अनुरूप इ-कंटेंट विकसित कर कक्षाएं चल रही हैं. राज्य में अब कुल 9360 उच्च माध्यमिक विद्यालय स्थापित हैं. इन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति एवं आवश्यक आधारभूत संरचना का निर्माण चरणवार किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री को प्रारंभिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या प्रारंभिक विद्यालयों में कुल कार्यरत शिक्षकों की संख्या प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति, शारीरिक शिक्षक एवं स्वास्थ्य अनुदेशक की नियुक्ति, माध्यमिक ,उच्च माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति से संबंधित अद्यतन स्थिति की जानकारी दी गयी. उन्हें बताया गया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षक और छात्रों का अनुपात 1:40 निर्धारित किया गया है, जिस मानक पर राज्य अब लगभग पहुंच गया है.
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे. जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.