इचाक प्रखंड में कई पौराणिक मंदिर, सुंदर तालाब और बाग -बगीचे हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. रामगढ़ राज्य की राजधानी इचाक के मंदिरों की पहचान इतिहास के पन्नों में दर्ज है. शिकागो की टीम ने मंदिरों और मूर्तियों का अवलोकन किया. इसमें नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी लाइनोइड शिकागो के आर्ट हिस्टोरियन रॉबर्ट लिन रोथ, हजारीबाग निवासी जस्टिन इमाम और पीएचडी डेक्कन कॉलेज पुणे के हिमांशु शेखर ने बंशीधर मंदिर,
बड़ा अखाड़ा, भगवती मठ, भैरव मठ समेत कई मंदिरों एवं मूर्तियों की जानकारी ली. टीम के लोगों ने बताया कि रॉबर्ट लिन रोथ ने 32 पेज की किताब लिखी है. इसमें इचाक के पौराणिक मंदिर एवं मूर्तियों का भी उल्लेख है. हजारीबाग के पाला सेना राजा के समय प्राचीन मंदिर के अवशेषों का रूप कई स्थानों पर बिखरा पड़ा है. आनेवाले समय में इचाक के पौराणिक मंदिर और मूर्तियों की पहचान अब सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी देखने को मिलेगी.