Varanasi News: टीईटी की तैयारी कर रही एक छात्रा ने बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है. छात्रा ने इस पूरे मामले की शिकायत पत्र भेजकर अपर पुलिस आयुक्त से की है. आरोप लगाया है कि पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बजाय समझौते का आरोप लगा रही है. अपर पुलिस आयुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी वूमेन क्राइम ममता रानी चौधरी को जांच के आदेश दिए हैं.
छात्रा वाराणसी में टीईटी की तैयारी करती है. वह करीब 7 माह पहले बीएचयू अस्पताल में इलाज कराने के लिए गई थी. बीएचयू में उसकी मुलाकात रेजिडेंट डॉक्टर से हुई और रेजिडेंट डॉक्टर ने छात्रा से उसका मोबाइल नंबर ले लिया. डॉक्टर छात्रा को लगातार फोन करने लगा और फोन पर प्रेम का इजहार करता रहा.
छात्रा कुछ समय बाद अस्पताल में दिखाने पहुंची तो मोहर्रम की वजह से बीएचयू अस्पताल बंद था. छात्रा ने रेजिडेंट डॉक्टर को फोन किया और बताया कि डॉक्टर ने आज बुलाया था. यहां अस्पताल आने पर पता चला कि आज बंद है. इस पर रेजिडेंट डॉक्टर ने छात्रा से फोन पर कहा कि आप वहीं रुको. मैं आता हूं.
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डॉक्टर छात्रा से मिलने आया और उसको बहला कर बीएचयू स्थित धनवंतरी हॉस्टल ले गया और वहां उसके साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया. छात्रा आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर के बहकावे में आ कर शादी के लिए रजामंद हो गई. छात्रा ने जब आरोपी डॉक्टर से शादी करने के लिए कहा तो वह टालमटोल करता रहा.
आरोपी डॉक्टर लगातार छात्रा से कहता कि अभी मैं पीजी की परीक्षा दे रहा हूं. नवंबर में पूरा हो जाने के बाद मैं शादी करूंगा. बाद में आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर ने फोन पर छात्रा से शादी से इंकार कर दिया और धमकी दी कि अगर ज्यादा परेशान की और किसी से कुछ कहा तो जान से मार दूंगा.
छात्रा ने इस पूरे मामले की चीफ प्रॉक्टर ऑफिस और आयुर्वेद विभाग में लिखित शिकायत की. छात्रा द्वारा शिकायत किए जाने पर आरोपी डॉक्टर ने फोन कर छात्रा को गाली गलौज और धमकी देने लगा और शादी से इंकार कर दिया. पीड़ित छात्रा ने इस पूरे मामले में शिकायत 5 जनवरी को लंका थाने पर की, लेकिन लंका पुलिस द्वारा पीड़ित छात्रा को कोई सुनवाई नहीं की गई. इस पर छात्रा ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से अपर पुलिस आयुक्त सुभाष दुबे से शिकायत की.
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अपर पुलिस आयुक्त सुभाष दुबे ने इस पूरे प्रकरण में लंका थाने को जांच कर मुकदमा लिखने का आदेश दिया और पीड़िता को थाने जा कर मिलने को कहा. पीड़िता लंका थाने पहुंची तो लंका पुलिस मुकदमा लिखने की बजाय पीड़िता को दौड़ाती रही. छात्रा इस पूरे प्रकरण में अजीज आकर दोबारा अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय और अपराध सुभाष दुबे के पास पहुंची और अपने शिकायत पत्र में उसने लंका प्रभारी वेद प्रकाश राय और बीएचयू चौकी इंचार्ज के ऊपर गंभीर आरोप लगाए.
पीड़ित छात्रा ने बताया कि चौकी इंचार्ज बीएचयू और थाना प्रभारी समझौते का दवाब बना रहे हैं. वे आरोपी डॉक्टर से पैसे लेकर मामला सेटलमेंट करने को कह रहे हैं. चौकी इंचार्ज ने धमकाया कि पैसे लेकर समझोता कर लो, नहीं तो उल्टा तुम्हारे खिलाफ ही मुकदमा लिख देंगे. अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध सुभाष दुबे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का आदेश दिया. जांच करने का जिम्मा एडिशनल डीसीपी वूमेन क्राइम ममता रानी चौधरी को दिया है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी