ठाकुर शक्तिलोचन: बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 2022 मंगलवार से शुरू हो गयी है. कोरोना की तीसरी लहर के बीच यह परीक्षा उस वक्त आयोजित की गयी है जब शिक्षण संस्थानों पर पाबंदिया लागू है. पटना समेत सूबे के अन्य शहरों में आयोजित की गयी परीक्षाओं को लेकर परीक्षार्थियों और अभिभावकों को किन चैलेंजों का सामना करना पड़ा, प्रभात खबर ने परीक्षा केंद्र पर जाकर यह जानना चाहा. आइये जानते हैं बिहार बोर्ड 12वीं परीक्षा के बारे में…
बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा को लेकर पटना में आज हलचल दिखी. कड़ाके की ठंड और कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच परीक्षार्थी और उनके अभिभावक एग्जाम सेंटर पर जमा हुए. परीक्षार्थियों को एग्जाम शुरू होने के दस मिनट पहले तक अंदर जाने की अनुमति मिली. वहीं परीक्षा संपन्न होने तक उनके अभिभावक सेंटर के बाहर ही रूके रहे. परीक्षार्थियों के साथ उनकी मां, पिता तो किसी के भाई या बहन आए हुए थे. उन्होंने बताया कि किस तरह इस बार एग्जाम की तैयारी परीक्षार्थियों ने की.
पटना के बाकीपुर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटर की परीक्षा आयोजित की गयी. यहां सड़क किनारे गेट के पास ही बड़ी तादाद में महिलाएं बैठी हुई थीं, जो परीक्षार्थियों के साथ आई थीं. बताया कि इस बार स्टूडेंट को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षण संस्थान बंद रहे और घर में रहकर ही छात्र-छात्राओं को सारी तैयारी करनी पड़ी. लेकिन परीक्षार्थी की तैयारी अच्छी हुई है और उन्हें भरोसा है कि बढ़िया एग्जाम जाएगा.
सेंटर के बाहर इंतजार कर रहे एक अभिभावक ने बताया कि इस बार मोबाइल और भगवान के भरोसे ही छात्र हैं. डिजिटल मोड में ही सारी पढ़ाई एकतरह से इसबार हुई है. अब ये कितना कारगर रहेगा ये एग्जाम के बाद ही पता चलेगा. करीब एक दर्जन महिलाओं ने बताया कि इस बार कोरोनाकाल में परीक्षा अपने आप में एक अलग ही इम्तिहान रहा.
परीक्षार्थियों के चेहरे पर थोड़ा टेंसन भी दिखा लेकिन उन्हें भरोसा है कि एग्जाम अच्छा जाएगा.वहीं महिलाओं की ये शिकायत दिखी कि उन्हें सड़क किनारे इस तरह बैठाया गया है कि न पानी पीने का कोई इंतजाम रखा गया है और ना ही बाथरूम का. इस तरह की प्रशासनिक अनदेखी पर उन्होंने नाराजगी भी जतायी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan