Gorakhpur News: गोरखपुर के नौवाबारी पलीपा गांव में हाल ही में दो नाबालिगों का शव गांव के बाहर पोखर के किनारे गड्ढे में मिले थे. जिनकी पहचान नौवाबारी पलीपा गांव निवासी आकाश और गणेश के रूप में की गई. मामले में पुलिस ने हत्या के आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों की पहचान मिथुन और शिवम के रूप में हुई है. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि प्रेमिका को वापस पाने की चाहत में उसने दोनों नाबालिगों को मौत के घाट उतार दिया.
एसपी सिटी व एसपी नाथ मनोज अवस्थी ने बताया कि, गोरखपुर के झंगहा थाना क्षेत्र के नौवाबारी पलीपा गांव के निवासी आकाश और गणेश की हत्या के मामले में पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश शुरू की. साथ ही स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया. नाबालिगों की हत्या का मुख्य आरोपी मिथुन कुमार उर्फ शिवम प्रताप देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के बनकटा का रहने वाला है, जबकि दूसरा आरोपी गौरी बाजार के हरमापुर निवासी सत्यम है.
पुलिस पूछताछ में आरोपी मिथुन ने बताया कि, बेलीपार की एक युवती से उसका प्रेम संबंध था और 3 माह पहले प्रेमिका का संबंध आकाश से हो गया. इसके साथ ही प्रेमिका ने उससे दूरी बना ली. इसी के चलते उसने आकाश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. आरोपी ने बताया कि आकाश और उसके दोस्त गणेश को रुपए की जरूरत थी. आरोपी ने दोनों को पैसे कमाने का लालच देकर दोस्ती की.
आरोपी ने आगे बताया कि 16 जनवरी की रात में मिथुन ने आकाश और गणेश को दारू पिलाई उसके बाद आकाश को एक महिला से मिलाने का झांसा देकर उसे ईंट भट्टे के पास ले आया, पीछे से सत्यम भी वहां पहुंच गया. दोनों ने मिलकर आकाश की हत्या कर दी. इसके बाद शव ठिकाने लगाने के लिए गड्ढे में शव को दफना ही रहे थे, तभी मृतक का साथी गणेश भी वहां पहुंच गया. आकाश को मरा देख गणेश भागने लगा और पैर फिसलने से वह गिर गया. पीछा कर रहे मिथुन ने उस पर भी हमला किया और गणेश की भी हत्या कर दी. दोनों के शव को गड्ढे में दफना दिया.
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने साक्ष्य मिटा दिए थे. आरोपियों ने काफी शातिराना अंदाज में वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस की छानबीन में यह भी पता चला है कि मिथुन ने एक क्राइम शो की तर्ज पर हत्या की योजना बनाई थी. मिथुन ने अपना और सत्यम का मोबाइल फोन एक दिन पहले ही गौरी बाजार ले जाकर छोड़ दिया था, और घटना को दूसरे दिन ही आरोपी ने अपने कपड़े जूता और आकाश का मोबाइल फोन जला दिया था और गणेश का मोबाइल बाघा गारा के पास नदी में फेंक दिया. घटना में जिस फावड़े का प्रयोग किया गया था वह गांव में किसी से मांग कर लाया था. जिसके घटना को अंजाम देने के बाद धूलकर उसे वापस कर दिया था.
रिपोर्ट- प्रदीप कुमार