आप लगातार ज्वाइंट पेन और घुटनों के दर्द से परेशान हैं? तो सावधान हो जाएं क्योंकि यह परेशानी अर्थराइटिस की वजह से हो सकती है. मेडिकल टर्म की बात करें तो अर्थराइटिस क्रोनिक हेल्थ प्रॉब्लमस की ओर ईशारा करता है जिसकी वजह से ज्वाइंट्स डैमेज के साथ ही बॉडी के अन्य पार्ट्स भी डैमेज हो सकते हैं.
अर्थराइटिस जिसे गठिया भी कहते हैं मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं जो अत्यंत सामान्य हैं, अर्थात् ऑस्टियोआर्थराइटिस, रुमेटीइड गठिया और सोरियाटिक गठिया. जबकि ऑस्टियोआर्थराइटिस सबसे आम है जो सालाना 40% पुरुषों और 47% महिलाओं को प्रभावित करता है, रूमेटोइड गठिया (आरए) और सोराटिक गठिया सूजन की स्थिति होती है जिसे ऑटोम्यून्यून रोग माना जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार, गंभीर जटिलताओं से बचने के लिए हर किसी के लिए इस स्थिति को जल्द से जल्द पहचानना महत्वपूर्ण है.
अर्थराइटिस एक या अधिक जोड़ों की सूजन है. इसलिए, इस स्थिति से पीड़ित व्यक्ति को घुटने और जोड़ों के आसपास दर्द का अनुभव हो सकता है. कुछ सामान्य लक्षणों में दर्द, सूजन, जकड़न, गति की कम सीमा और लालिमा जैसे लक्षण भी सामने आ सकते हैं. ये सभी लक्षण घुटने के पास या पैर में जोड़ों वाले एरिया में दिखाई देंगे. हालांकि, अपने आहार और दैनिक दिनचर्या में बदलाव करके इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है.
अर्थराइटिस में मुख्य रूप से मोडिफिएबल रिस्क फैक्टर्स होते हैं. यदि आप यह सोच रहे हैं कि मोडिफिएबल रिस्क फैक्टर क्या है तो अपको बता दें कि Modifiable risk factors वैसे रिस्क फैक्टर्स हैं जिन्हें आप कंट्रोल कर सकते हैं. अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने से आपको कुछ प्रकार के अर्थराइटिस होने या अर्थराटिस की समस्या बदतर स्थित में पहुंचने का रिस्क कम हो सकता है. गठिया के कुछ सामान्य रिस्क फैक्टर्स हैं: मोटापा, शराब का बहुत अधिक सेवन, धूम्रपान, जोड़ों में चोट, उम्र, लिंग और आनुवंशिकी.
यदि आप अर्थराइटिस से परेशान हैं तो आपको अपने डाइट रूटीन में तुरंत बदलाव करने की जरूरत है. कुछ ऐसे फूड्स हैं जिन्हें तुरंत अवाइड करना चाहिए.
1. अर्थराइटिस से परेशान लोग शुगर या शुगरी आइटम्स को अवाइड करें.
2. प्रोसेड फूड को पूरी तरह से अवाइड करें.
3. ग्लूटेन रीच फूड से बचें और अर्थराइटिस्ट के दर्द को कम करने के लिए अपने आहार में ग्लूटेन-फ्री फूड आइटम्स को शामिल करने का प्रयास करें.
4. हाईली प्रोसेड फूड भी अर्थराइटिस्ट से पीड़ितों के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है.
5. अल्कोहल यानी शराब से दूर रहें.
6. डेली रूटीन में नमक खाने की लिमिट तय करें.
7. इन सबके साथ ही डीप फ्राइड फूड या एक्सेस वेजिटेबल ऑयल में पकाए गए खाने को अवाइड करें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.