गुमला को चाहिए 10 मेगावाट बिजली, परंतु अभी मात्र पांच से छह मेगावाट ही बिजली मिल रही है. जिससे अक्सर बिजली कटने के बाद लोगों को परेशानी हो रही है. बिजली कटौती को लेकर गुमला विधायक भूषण तिर्की ने विभाग को सुधार करने के लिए कहा है. साथ ही बिजली क्यों कट रही है.
इस संबंध में भी जानकारी ली. विधायक ने कहा कि 24 घंटे बिजली मिले. ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए. इधर, विभाग के लोगों ने कहा कि हमारा प्रयास रहता है कि बिजली सुचारू मिले. परंतु ऊपर से ही बिजली कम आपूर्ति होने व ब्रेक डाउन के कारण कई बार बिजली आपूर्ति करने में परेशानी हो जाती है.
बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 24 जनवरी को गुमला फीडर में चार बार शट डाउन हुआ. जिसमें 50 मिनट बिजली बंद रहीं. पालकोट फीडर में एक बार शट डाउन लिया गया. जिसमें 10 मिनट बिजली बंद रहीं. चैनपुर फीडर में एक बार शट डाउन हुआ. जिसमें दस मिनट बिजली बंद रही. टोटो फीडर में एक बार शट डाउन लिया गया. जिसमें दस मिनट बिजली आपूर्ति बंद रही.
वहीं सिसई व पीएचइडी फीडर में 24 घंटे बिजली निर्वाध सुचारू रहीं. वहीं 25 जनवरी को गुमला फीडर में तीन बार शट डाउन लिया गया. जिसमें 55 मिनट बिजली आपूर्ति बाधित रही. पालकोट फीडर में एक बार शट डाउन लिया गया. जिसमें 15 मिनट बिजली की आपूर्ति बंद की गयी. वहीं दो बार ब्रेक डाउन के कारण दो घंटे 40 मिनट बिजली आपूर्ति बाधित रहीं. सिसई फीडर में एक बार शट डाउन लिया गया. जिसमें दस मिनट बिजली आपूर्ति बंद रहीं.
वहीं 26 जनवरी की बात करें, तो गुमला फीडर में तीन बार शट डाउन लिया गया. जिसमें 50 मिनट बिजली आपूर्ति बंद रहीं. पालकोट में दो बार शट डाउन लिया गया. जिसमें 50 मिनट बिजली बंद रही. वहीं एक बार ब्रेक डाउन के कारण छह घंटा 45 मिनट आपूर्ति बंद रहीं. टोटो लोड शेडिंग के तहत दो घंटे व एक बार शट डाउन में 20 मिनट बिजली आपूर्ति बंद हुई. सिसई में दो बार लोड शेडिंग में तीन घंटा 30 मिनट बिजली बंद रही.