सिसई थाना के कारण पंडरानी डाहूटोली गांव में अंधविश्वास के कारण जिबली देवी (65) की गुरुवार को उसके ही घर में कुदाल से काटकर हत्या कर दी गयी. वृद्ध महिला झाड़फूंक का काम करती थी. साथ ही घर में अकेले रहती थी. मृतका के दो बेटे हैं. दोनों बंगाल मजदूरी करने गये हुए हैं. दोनों का परिवार मृतका से अलग रहता हैं.
परिवार व ग्रामीणों को हत्या की जानकारी होने के बाद भी भयवश किसी ने पुलिस को घटना की सूचना नहीं दी. गुरुवार की देर शाम मुखिया फ्लोरेंस देवी को घटना की जानकारी होने पर उसने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही थानेदार रवि होनहांगा, एसआइ मनोज सोरेन, इंद्रजीत कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर थाना लाये. जिसे शुक्रवार को पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेज दिया गया.
शुक्रवार को मृतका की बहू बंदो देवी ने गांव के ही दशरथ उरांव (25) द्वारा हत्या करने की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. थानेदार रवि होनहांगा ने बताया कि हत्या की सूचना मिलने पर घटनास्थल पहुंचने पर देखा कि वृद्ध महिला अपने घर में चूल्हा के समीप खून से लथपथ मृत पड़ी हुई है. उसके घर में पूजा पाठ का समान बिखरा हुआ है.
शक के आधार में मृतक के घर के बगल में रहने वाले आश्रित उरांव को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसका भाई दशरथ उरांव द्वारा हत्या को अंजाम दिया गया है. दशरथ उरांव को हिरासत में लेकर पूछने पर उसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह लंबे समय से बीमार है. इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो पा रहा था. उसे आशंका थी कि मृतका द्वारा जादू टोना कर उसे बीमार कर मारने का प्रयास किया जा रहा है. गुरुवार की सुबह वह मृतका के घर गया और अकेले पाकर कुदाल से मृतका के सिर पर प्रहार कर फरार हो गया. दशरथ की निशानदेही पर पुलिस ने उक्त कुदाल बरामद कर लिया है.