Jharkhand Crime News: देवघर पुलिस ने नगर थाना क्षेत्र, जमुई और दुमका जिले में छापेमारी कर अलग-अलग जगहों से इंटर स्टेट बाइक चोर गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने छापेमारी के दौरान चोरी की 5 बाइक भी जब्त की है. इस बात की जानकारी देवघर एसडीपीओ पवन कुमार ने पत्रकारों को दिया.
एसडीपीओ श्री कुमार ने बताया कि गत 25 जनवरी को देवघर शहर के पूरनदहा मुहल्ले से बिहार के जमुई जिला अंतर्गत खैरा थाना क्षेत्र के रायपुरा गांव निवासी आलोक कुमार को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के क्रम में उसने बताया कि इन लोगों ने देवघर शहर एवं आसपास के इलाकों से करीब 70-80 बाइक चोरी की और उसे सस्ते दामों में बेच दिया है.
पुलिस ने आरोपी युवक की निशानदेही पर नगर थाना क्षेत्र के बावनबीघा से बैजनाथ प्रसाद, जून बांध से मो मासूम और जमुई जिला के सिमुलतला-खोनाडाबर से जितेंद्र कुमार समेत दुमका जिला के जरमुंडी थाना क्षेत्र से चुनमुन कुमार, तालझारी थाना क्षेत्र के सहारा से निलांशु कुमार व राहुल अंसारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने प्राथिमिकी दर्ज करते हुए सभी आरोपी को जेल भेज दिया.
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इस कार्य के लिए इंटर स्टेट बाइक चोर गिरोह के सदस्य मास्टर चाबी का प्रयोग कर पुरानी बाइक जिसकी चाबी की घाट घिस जाती है. उसे बड़ी आसानी से मास्टर चाबी लगाकर उसका लॉक खोल लेते हैं. इस धंधे में संलिप्त गिरफ्तार युवकों के अलावा और भी कई लोग शामिल हैं. पुलिस ने चंद्रमंडीह, जमुई, सहारा, बाबनबीघा, चांदन से चोरी की बाइक जब्त की. इनमें से चार बाइक हाल के दिनों में ही नगर थाना क्षेत्र से चोरी हुई थी.
एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ की अगुवाई में छापेमारी टीम का गठन किया गया था. इस गिरोह के कुछ लोग सिर्फ बाइक चोरी, तो कुछ इसे खपाने का काम करते थे. गिरफ्तार आरोपियों में से जितेंद्र कुमार एक गैरेज का संचालक है. वह बाइक का पार्ट्स अलग-अलग कर उसे खपाने का काम करता था.
पूछताछ में 70-80 बाइक की चोरी का खुलासा होने के बाद अब पुलिस इसकी तलाश में जुट गयी है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर शेष अन्य बाइकों को बरामद करने का प्रयास किया जायेगा.
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आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शहर से बाइक चोरी करने वालों को 3,000 रुपये, उसे रिसिव कर दूसरे जगह पहुंचाने पर 1,500 से 2,000 रुपये और फाइनल बेचने वाले को 2000 से 2,500 अौर खरीदार लाने वाले को एक से डेढ़ हजार रुपये मिलते हैं. इस तरह से करीब 9 हजार रुपये बाइक चोरी करने से लेकर बेचनेवालों को कमीशन के तौर पर दिया जाता है.
Posted By: Samir Ranjan.