टीम इंडिया का दक्षिण अफ्रीका के दौरे के दौरान निराशाजनक प्रदर्शन रहा. टीम इंडिया पिछले सप्ताह वनडे में 0-3 से सीरीज हार गया. वनडे सीरीज में हार से पहले दक्षिण अफ्रीका ने भारत को टेस्ट सीरीज में 1-2 मात दी. इस हार के बाद विराट कोहली ने सबसे लंबे प्रारूप में कप्तान के रूप में पद छोड़ दिया. जहां बल्लेबाजी क्रम में असंगति ने टेस्ट में भारतीय टीम को चोट पहुंचाई, वहीं सभी एकदिवसीय मैचों में उदासीन प्रदर्शन के परिणामस्वरूप एकदिवसीय मैचों में टीम का पतन हुआ.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भारत के निराशाजनक प्रदर्शन का आकलन किया और कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में रोहित शर्मा के व्यक्तिगत प्रदर्शन ने भारत की बल्लेबाजी विफलता को कवर किया. भारत को पिछले कुछ समय से टेस्ट बल्लेबाजी में दिक्कत आ रही है. यदि आप शीर्ष पांच को देखें तो शुक्र है कि रोहित और केएल राहुल इंग्लैंड में अच्छा खेले. लेकिन अगर आप नंबर तीन पर पुजारा को देखें, तो विराट और अजिंक्य रहाणे आउट ऑफ फॉर्म हो गये हैं.
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मांजरेकर ने न्यूज18 को बताया कि जब आपके पास तीन, चार और पांच नंबर के बल्लेबाजों का आउट ऑफ फॉर्म होता है, तो यह आपको किसी समय पर चोट पहुंचा सकता है. मांजरेकर ने आगे कहा कि भारत के लिए चेतावनी थी जब चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे बल्ले से लगातार प्रदर्शन करने में विफल रहे. हालांकि, उन्हें अनदेखा किया गया था.
मांजरेकर ने कहा कि यही वह जगह है जहां टीम चयन खेल में आता है. जहां आपके पास संकट है, जहां आप कोई बदलाव नहीं करते हैं. अब अगर आप बदलाव करते हैं, तो इसका कोई मतलब नहीं है क्योंकि अब ब्लॉक रह गया है. इतने अच्छे कप्तान, नेता और प्रबंधन चीजों को आते हुए देखते हैं और इसकी कीमत भारत ने चुकाई है. दक्षिण अफ्रीका में पुजारा और रहाणे की मौजूदा फॉर्म और विदेश में स्पिनर के तौर पर रविचंद्रन अश्विन को लेकर काफी चेतावनी थी.
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पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि वनडे सीरीज में भी टीम वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ आयी थी. फिर भी हमें हार का सामना करना पड़ा. मुझे नहीं लगता कि अचानक भारतीय क्रिकेट खराब हाथों में आ गयी है. प्रतिभा है. मुझे लगता है कि भारत ने दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारी कीमत चुकायी है. इसे एक बड़ी चेतावनी के रूप में देखा जाना चाहिए. आने वाले समय में बदलाव समय की मांग है.