छपरा (सदर). अमनौर, मकेर, मढ़ौरा व दरियापुर में 17 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में 17 लोगों की हुई मौत के मामले में छठे दिन प्रशासन ने माना कि इनमें पांच लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. वहीं, आठ लोगों की मौत का कारण अब भी संदेहास्पद है. इनके मामले में पूछताछ के बाद संदेहास्पद चीज के सेवन से मौत की बात सामने आयी है, जबकि चार मृतकों के मामले में अभी जांच की जा रही है.
प्रेसवार्ता में डीएम राजेश मीणा ने बताया कि तीन इलाजरत लोग खतरे से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि अमनौर, मकेर, मढ़ौरा, दरियापुर व आसपास के क्षेत्रों में हर घर जाकर प्रशासन, पुलिस व डॉक्टरों की टीम पता कर रही है. यदि कोई व्यक्ति बीमार मिल रहा है, तो उसका बेहतर इलाज कराया जा रहा है. डीएम ने लोगों से अपील की कि यदि शराब के सेवन के कारण किसी की तबीयत खराब हुई तो वे प्रशासन को सूचित करें, प्रशासन उनका इलाज करायेगा.
डीएम ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के अलावा पूरे जिले में थानावार टीम का गठन कर बीमार लोगों का पता कराया जा रहा है. वहीं, इस कांड में शामिल कर्मचारियों व अन्य लोगों को किसी भी स्थिति में नहीं बख्शा जायेगा. प्रशासन ने लगातार अभियान चलाकर 18 से 23 जनवरी तक 260 लोगों को गिरफ्तार किया है. 129 मुकदमा दर्ज कर 14 वाहन जब्त किये गये हैं.
वहीं, एसपी संतोष कुमार ने बताया कि संदेहास्पद मौत के मामले में पूरे नेटवर्क का पता कर लिया गया है. नेटवर्क को तोड़ने और ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. एसपी ने बताया कि छह दिनों में कुल 1096 छापेमारियां हुई हैं. इस दौरान 4946.7 लीटर शराब जब्त की गयी है. इस मामले में थानाप्रभारी को निलंबित करने तथा चौकीदार को जेल भेजने की कार्रवाई करने के साथ नौ पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है. इनमें चार पुलिसकर्मी व चौकीदार को जेल भेजा गया है.
वर्ष 2016 से अब तक आठ पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों की सेवा समाप्त की गयी है. एसपी के अनुसार सोनपुर एसडीपीओ अंजनी कुमार के नेतृत्व में गठित एसआइटी में चार डीएसपी समेत 20 पुलिस पदाधिकारी तकनीकी एवं पारंपरिक अनुसंधान के माध्यम से शराब तस्करों एवं सप्लाइ चेन की पहचान कर रहे हैं. प्रेसवार्ता के दौरान डीएम के ओएसडी रजनीश कुमार राय, उत्पाद अधीक्षक रजनीश, डीपीआरओ कन्हैया कुमार उपस्थित थे.