रांची : रांची रेल मंडल में लोधमा से पिस्का तक 17 किमी लंबी लिंक लाइन बनेगी. रेल मंत्रालय ने रांची रेल मंडल को इसकी स्वीकृति दे दी है. इस रेल लाइन के लिए 150 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जायेगी. इस पर 472 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. योजना के लिए जिस जमीन का अधिग्रहण होना है, उस पर 12 से ज्यादा कच्चे-पक्के मकान बने हैं. रेलवे ने उक्त जमीन के अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया है. लिंक लाइन का निर्माण तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
रांची रेल मंडल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, फिलहाल राउरकेला से दिल्ली जानेवाली ट्रेनें (मालगाड़ी और मेल-एक्सप्रेस) 90 किमी अतिरिक्त दूरी तय कर हटिया और रांची आती हैं. यहां से आगे वह मुरी, बरकाकाना, टोरी और मुगलसराय होते हुए या फिर गोमा होकर दिल्ली जाती हैं.
लोधमा से पिस्का तक लिंक लाइन बनने के बाद इन ट्रेनों को रांची और हटिया स्टेशन तक नहीं आना होगा. ये ट्रेनें लोधमा से पिस्का होकर लोहरदगा-टोरी लाइन पर चली जायेंगी. इससे उनका दिल्ली तक का सफर आसान हो जायेगा. साथ ही दो से तीन घंटे का समय बचेगा. इसके अलावा राउरकेला से आनेवाली ट्रेनों को अभी लोहरदगा-टोरी लाइन पर भेजने के लिए रांची रेलवे स्टेशन में इंजन को रिवर्स करना पड़ता है, जिसमें 40 से 45 मिनट लगते हैं. लोधमा-पिस्का लिंक लाइन बनने से यह झंझट भी खत्म हो जायेगा.
रेल मंत्रालय ने रांची रेल मंडल को स्वीकृति दी
जमीन अधिग्रहण का काम शुरू
टोरी लाइन में भेजने के लिए इंजन को रिवर्स करने का झंझट भी होगा खत्म
150 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जायेगी इसके लिए
03 साल में काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया
रांची रेल मंडल में 56 जोड़ी मेल, एक्सप्रेस और 50 जोड़ी मालगाड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है. अभी इन ट्रेनों को मुरी, रामगढ़ व बरकाकाना होते हुए या फिर गोमो होते हुए भेजा जाता है. हटिया व रांची स्टेशन पर एक गाड़ी को लेने और छोड़ने पर औसतन एक घंटा लगता है. लिंकलाइन बनने से रांची व हटिया स्टेशन पर ट्रैफिक कम होगा.- प्रदीप गुप्ता, डीआरएम, रांची रेल मंडल
Posted by : Sameer Oraon