महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश के नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे पर पलटवार करने का काम किया है. शिवसेना पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उन्हें चुनौती देता हूं…आप सोनिया गांधी या राहुल गांधी से बालासाहेब ठाकरे को लेकर एक ट्वीट करवा दें…जिनके साथ शिवसेना बैठी है. आगे देवेंद्र फडणवीस ने करारा हमला करते हुए कहा कि शिवसेना ने राम मंदिर मूमेंट के वक्त केवल भाषण दिया. हम ही थे जिन्हें गोलियों और लाठियों का सामना करना पड़ा.
I challenge them (Shiv Sena) to just get a post tweeted for Balasaheb Thackeray, from Sonia Gandhi, Rahul Gandhi with whom they are sitting. You only gave speeches during the Ram Mandir movement, we were the ones who faced bullets and sticks: BJP leader Devendra Fadnavis pic.twitter.com/FX01Syurvf
— ANI (@ANI) January 24, 2022
उद्धव ठाकरे के बयान पर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिस प्रकार का भाषण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है उससे लगता है कि कहीं न कहीं वह आहत हैं अपनी पार्टी के चौथे नंबर पर जाने से और उसका गुस्सा भाजपा पर निकाल रहे हैं. होना तो यह चाहिए था कि वह राज्य के सवालों और दिक़्क़तों पर बोलते.
इधर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान ‘बीजेपी के साथ गठबंधन में 25 साल बर्बाद हुए’ पर पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि ये सही है, ये सिर्फ शिवसेना के साथ नहीं हुआ बल्कि जो भी भाजपा के साथ चला गया था उन सभी का यही हाल हुआ था, सभी को उनकी कीमत चुकानी पड़ी है. उन्होंने आगे भाजपा पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि बाबरी के बाद हिंदुस्तान में हमारी एक लहर थी यदि हम उस समय उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ते तो देश में हमारी पार्टी यानी शिवसेना पार्टी का प्रधानमंत्री होता. लेकिन हमने भाजपा पर भरोसा किया और उसके लिए सब कुछ छोड़ दिया.
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इस बीच हिंदुत्व पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ठाकरे के बयान को लेकर उनका समर्थन करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने सोमवार को कहा कि सभी को अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए, लेकिन इसके नाम पर नफरत फैलाना गलत है और शिवसेना अध्यक्ष ठाकरे ने यही संदेश देने का काम किया है.
यदि आपको याद हो तो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती के अवसर पर रविवार को शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवेसना ने भाजपा का साथ छोड़़ा है, हिंदुत्व नहीं…आगे ठाकरे ने कहा था कि मेरा मानना है कि भाजपा का अवसरवादी हिंदुत्व केवल सत्ता के लिए है. शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन बनाया था, क्योंकि वह हिंदुत्व के लिए सत्ता चाहती थी. शिवसेना ने हिंदुत्व का इस्तेमाल कभी सत्ता पाने के लिए नहीं किया.
Posted By : Amitabh Kumar