बिहार के शेखपुरा शहर के बाइपास स्थित रेडक्रॉस सोसाइटी के सामने वाली गली में बोरसी के धुएं से दम घुटने से मां-बेटे की मौत हो गयी, जबकि बेटी को गंभीर अवस्था में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों में शेखपुरा पीएचइडी के कर्मी दिलीप गुप्ता की 40 वर्षीय पत्नी बॉबी देवी व 12 वर्षीय पुत्र कृष कुमार शामिल हैं. वहीं, उनकी बेटी 14 वर्षीय मुस्कान कुमारी का इलाज चल रहा है.
पीड़ित दिलीप गुप्ता ने बताया कि शनिवार की रात 10:00 बजे तक सभी लोग बोरसी ताप कर सोने के लिए दूसरे तल्ले पर चले गये. रात में प्यास लगने पर जब उनकी नींद खुली, तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है. कुछ अनहोनी के अंदेशा पर उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी की नींद नहीं खुली. बाद में मिस्त्री को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया, तो मां-बेटे की मौत हो चुकी थी. पुत्री की सांसें चल रही थीं.
घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ माह पहले ही बनाये गये नये मकान में पूरा परिवार रहता था. जिस कमरे में लोग सोये थे, उसमें खिड़की और वेंटिलेटर नहीं होने से बोरसी का धुआं जहरीला हो गया और घटना दम घुटने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे राजद विधायक विजय सम्राट ने पीड़ित परिजनों को मदद का आश्वासन दिया.