Varanasi News: तेजी से पांव पसारते कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव आयोग के मात्र 5 लोगों के साथ डोर-टू-डोर प्रचार के निर्देश का सत्ता में बैठी बीजेपी के नेता ही धज्जियां उड़ा रहे हैं. रविवार को बीजेपी कार्यकर्ता मैदागिन चौराहे पर ही पार्टी का प्रचार करने लगे. सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस पहुंची और कार्यकर्ताओं को रोककर आदर्श आचार संहिता का पाठ पढ़ाते हुए चुनाव आयोग के निर्देश का हवाला देकर वापस किया. इस बीच बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच थोड़ी बहसबाजी हुई. हालांकि बीजेपी कार्यकर्ता वहां से फिर चले गए.
कोतवाली पुलिस के इस तरह समझा कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को वापस भेजने पर दूसरी पार्टी के नेताओं ने निशाना साधा है. उनका कहना है कि मामला भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा है तो पुलिस ने प्रचार करने से रोककर उन्हें वापस भेज दिया है. अगर यह कार्य बीजेपी की जगह दूसरे दल के द्वारा किया जाता तो पुलिस आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करा देती. बीजेपी नेताओं ने मास्क भी नहीं लगाया था.
Also Read: UPTET Exam: वाराणसी में कई परीक्षार्थियों की छूटी परीक्षा, मिन्नतें मांगने के बाद भी नहीं मिला प्रवेश
भारतीय जनता युवा मोर्चा के महानगर महामंत्री ओम तिवारी ने बताया कि हम अपने पांच कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी सरकार ने पांच सालों में क्या-क्या विकास कार्य किये, इसकी जानकारी जनता को बताने के लिए मैदागिन चौराहे पर प्रचार कर रहे थे. उसी समय कोतवाली पुलिस ने आकर कार्यक्रम को रोक दिया और कार्यकर्ताओं से कहा कि आप लोग सड़क और चौराहे पर कोई कार्यक्रम नहीं कर सकते.
Also Read: UP Election 2022: सपाइयों को डिंपल यादव का बर्थडे मनाना पड़ा भारी, वाराणसी में 10 पर मुकदमा दर्ज
कोतवाली पुलिस ने इस पूरे मामले में बताया कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता डोर टू डोर कार्यक्रम कर सकते हैं. चौराहे पर कोई कार्यक्रम करने के लिए अनुमति जरूरी है. पुलिस द्वारा उनको समझाया गया और सभी कार्यकर्ता पुलिस की बात मान कर चले गए.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी